फर्रुखाबाद:(अमृतपुर संवाददाता) पियूष हत्याकांड में मृतक के भाई ने थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज सहित 11 लोगों के खिलाफ तहरीर दी है| पुलिस ने कुछ चार महिलाओं को हिरासत में ले लिया है| जबकि थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज सहित अन्य पुलिस कर्मियों पर गाज गिरना तय मानी जा रही है| लेकिन पुलिस अपने साथियों को बचानें के लिए कागजी बाजीगरी चल रही है| पुलिस ने उसके बाद दूसरी तहरीर लिखवा ली| जिससे थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज का नाम हटा दिया गया|
मृतक पियूष के भाई अनुभव अवस्थी ने पुलिस को तहरीर दी| जिसमे कहा की उनका गाँव के ही रामबाबू उर्फ बड़े लल्ला, अरुण उर्फ नन्हे लल्ला, विपिन, विनोद पुत्र राजेन्द्र व अंकित, अनमोल पुत्र रामबाबू, अक्षय पुत्र अरुण उर्फ नन्हे लल्ला से उसके परिवार से रंजिश चल रही थी| सुबह तकरीबन 7 बजे रामबाबू, अरुण, विनोद व अंकित व अनमोल पुत्र रामबाबू, प्रीती पत्नी अरुण, सीमा पत्नी रामबाबू, अल्का पत्नी विपिन, मुस्कान पुत्री रामबाबू अक्षय पुत्र अरुण आदि आ गये|सभी के पास नाजायज हथियार और लाठी डंडो से लैस होकर आ गये| पियूष का जबरन अपहरण कर लिया और अपने घर ले जाकर गला काटकर हत्या कर दी और बचानें गये माँ मीरादेवी व पिता दिनेश को भी गोली मार दी| जमकर अंधाधुंध फायरिंग की| तहरीर में आरोप लगाया गया है की थानाध्यक्ष सुनील परिहार व चौकी इंचार्ज सुनील यादव की घटना में संलिप्त हैं | तहरीर पर थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज का नाम आनें के कुछ देर बाद तहरीर बदलवायी गयी| जिसमे से थानाध्यक्ष व चौकी इंचार्ज का नाम हटवा दिया गया|
आईएएस की तैयारी कर रहा था पियूष
मृतक के भाई अनुभव ने बताया की उसका भाई आईएएस की कोचिंग कर रहा था| लेकिन उसकी हत्या करके परिजनों के सपनों का कत्ल किया गया है|