प्रयागराज: प्रयागराज के गंगापार में शुक्रवार को एक और परिवार के पांच सदस्यों की नृशंस हत्या कर दी गई। घर में सो रहे परिवार के मुखिया, उसकी पत्नी, बेटी, बहू की धारदार हथियार से हत्या की गई। परिवार की एक बच्ची बच गई, उसे हत्यारों ने नहीं मारा।
वहीं गृहस्वामी का पुत्र भी बच गया क्योंकि वारदात के समय वह वहां नहीं था, किसी शादी समारोह में शामिल होने गया था। वहीं परिवार की एक युवती व बहू से दुष्कर्म की भी आशंका जताई जा रही है। पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल कर रहे हैं।
सामूहिक हत्या से दहशत में ग्रामीण
पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंच कर जांच पड़ताल कर रहे हैं। जिस परिवार की हत्या की गई है उसका मुखिया खेती और पशुओं की खरीद बिक्री करके परिवार का भरण पोषण करता था। शुक्रवार रात सभी घर में सो रहे थे। जबकि बेटा प्रयागराज शहर में था। इसी बीच रात को बदमाशों ने घर में घुसकर पांच लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी और सामान लूट कर भाग गए। एक पांच साल की बच्ची बच गई है। बेटा प्रयागराज शहर में था इसलिए वह भी बच गया। इससे पहले 15 अप्रैल को नवाबगंज थाना क्षेत्र में सामूहिक हत्याकांड की घटना हुई थी। वहां एक ही परिवार के पांच लोगों का कत्ल हुआ था।
गंगापार में थरवई के वजीरपुर गांव में वारदात
सामूहिक हत्याकांड इस बार थरवई थाना क्षेत्र वजीरपुर गांव में हुई है। इससे ग्रामीणों में सनसनी फैल गई है। बताया जाता है कि यहां रहने वाला एक व्यक्ति खेती करके परिवार का भरण पोषण करता था। शुक्रवार रात सभी घर में सो रहे थे। जबकि बेटा घर से बाहर दूर एक शादी समारोह में शामिल होने के लिए गया था। इसी बीच रात को बदमाशों ने घर में घुसकर चार लोगों की धारदार हथियार से हत्या कर दी और सामान लूट कर भाग गए। शनिवार सुबह घटना की जानकारी हुई।
इनकी हुई हत्या
1- राजकुमार (55)
2- कुसुम पत्नी राजकुमार (52)
3- मनीषा (दिव्यांग) पुत्री राजकुमार (23)
4- मीनाक्षी पुत्री राजकुमार (22)
5- बहू सविता पत्नी सुनील (25)
इससे पहले गंगापार के नवाबगंज में पांच की हुई थी हत्या : यूपी के प्रयागराज जनपद में अपराध थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। अधिकतर वारदात गंगापार इलाके में ही हो रहा है। इससे पहले नवाबगंज थाना क्षेत्र में 15 अप्रैल की रात में सामूहिक हत्याकांड की घटना हुई थी। एक ही परिवार के पांच सदस्यों की हत्या धारदार हथियार से कर दी गई थी। उनमें पति-पत्नी और उनकी तीन बेटियां थीं।