लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार 1.0 में कैबिनेट मंत्री रहे भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश महाना अब विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी संभालेंगे। पूर्व कैबिनेट मंत्री सतीश महाना पंडित ह्रदय नारायण दीक्षित की जगह लेंगे।
कानपुर के महाराजपुर से लगातार आठवीं बार विधायक चुने गए विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए भाजपा के वरिष्ठ नेता 62 वर्षीय सतीश महाना का निर्विरोध निर्वाचित होना तय है। विधानसभा अध्यक्ष पद के लिए नामांकन पत्र जमा करने की समय सीमा सोमवार दोपहर दो बजे समाप्त हो गई। निर्धारित समय सीमा तक सिर्फ महाना का नामांकन पत्र ही प्रमुख सचिव विधानसभा के कार्यालय में जमा हुआ है। लिहाजा विधानसभा अध्यक्ष पद पर सतीश महाना के निर्वाचन की घोषणा औपचारिकता रह गई है। विधानसभा अध्यक्ष के निर्वाचन की घोषणा मंगलवार दोपहर तीन बजे की जाएगी। माना जा रहा है कि विपक्ष का भी महाना को पूरा समर्थन है। महाना ने सीएम योगी आदित्यनाथ की मौजूदगी में अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। विपक्षी दलों ने भी सतीश महाना को समर्थन दिया है। जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के अध्यक्ष रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया के साथ उनकी पार्टी के विधायक विनोद कुमार ने भी सतीश महाना का समर्थन किया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार 2.0 के मंत्रियों की सूची में सतीश महाना का नाम नहीं था। इसी के बाद से कयास लग रहे थी कि उनको विधानसभा अध्यक्ष का पद मिलेगा। 1991 से लगातार विधायक निर्वाचित हो रहे महाना को भाजपा ने सम्मानजनक पद दिया है। पंडित ह्रदय नारायण दीक्षित की जगह लेने वाले पूर्व कैबिनेट मंत्री सतीश महाना 1991 से लगातार विधानसभा चुनाव जीत रहे हैं। 2022 के विधानसभा चुनाव में वह आठवीं बार विधायक बने हैं।
सतीश महाना का राजनीतिक सफर
योगी आदित्यनाथ सरकार 1.0 में कैबिनेट मंत्री। औद्योगिक विकास मंत्री थे।
– कानपुर से लगातार आठ बार विधायक। पांच बार कानपुर कैंट तथा तीन बार महाराजपुर विधानसभा क्षेत्र।
– बीएससी तक की शिक्षा।
– वह नगर विकास राज्यमंत्री, खादी, ग्रामीण उद्योग, टेक्सटाइल, एमएसएमई, निर्यात प्रोत्साहन मंत्री भी रह चुके हैं।
– पहला चुनाव 1991 में वह कैंट विधानसभा क्षेत्र से थे।