फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) अखाडे का शाही काफिला स्नान के लिए बढ़ा तो चारों ओर हर-हर गंगे के जयघोष सुनाई दिए। आस्था की छटा ने सबको आकर्षित किया। आस्था के इस सैलाब के बीच कोरोना संक्रमण का खौफ कहीं भी नजर नहीं आया। शहर के पांचाल घाट पर मेला रामनगरिया में मौनी अमावस्या पर शाही स्वान-पर्व शैव, वैष्णव, एवं ग्रहस्पण (कल्पवासियों) ने मौन रख कर गंगा स्नान किया| सूर्य देव की पहली किन के साथ गंगा माता का भजन-कीतन, आरती के साथ श्री गणेश किया गया।
जूना अखाड़े के महंत सत्य गिरी महराज के नेतृत्व में गांजे-बाजे के साथ अपने ठाकुर जी को लेकर गंगा मैया के परिक्रमा मार्ग पर अस्त्र-शस्त्र के साथ नागाओं ने प्रदर्शन किया| जय शिव-शंकर हर-हर गंगे के उद्घोष के साथ नागाओं ने शाही स्नान किया| दूसरी ओर शनि महाराज की पालकी निकाली गयी| जिसमें गंगा भक्तों कल्पवासियों ने फूला की बर्षा करके शाही सवारी एवं शनि देव स्वागत किया| जूना अखाड़े के महन्त मनोज भारती बब्बा ने बताया मौनी अमावस्या के देव पिता अपने गुरु को याद करते है मौन हो कर स्थान करते हैं यह बहुत पुण्यदायी होता है| जन्म-जन्म के पाप नष्ट होते हैं| भक्तों की मनोकामना पूर्व होती है| जगह-जगह महा प्रसाद (भण्डारा) का आयोजन किया गया| तो कहीं सत्य नरायन स्वामी की कथा, विष्णु भगवान की उपासना गंगा तट पर मनौतियाँ मनायी गयी| कहीं सेव एवं कल्पवासियों ने अपने देव एवं पितरों का तर्पण भी किया|