लखनऊ: निर्वाचन आयोग उत्तर प्रदेश विधानसभा के लिए सात चरणों में होने वाले मतदान को लेकर बेहद गंभीर है। सभी 75 जिलों की प्रतिदिन समीक्षात्मक रिपोर्ट मिलने के बाद निर्वाचन आयोग कार्रवाई भी करता है। इसी क्रम में शनिवार को बड़ी कार्रवाई की गई है। निर्वाचन आयोग ने शनिवार को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की तैयारी की समीक्षा के बाद इन अधिकारियों को हटाने का फैसला किया है।
निर्वाचन आयोग ने कानपुर नगर के साथ बरेली तथा फिरोजाबाद के जिलाधिकारी तथा फिरोजाबाद और कौशाम्बी के एसपी को बदला है। सूर्यपाल गंगवार को फिरोजाबाद, शिवकांत द्विवेदी को बरेली और नेहा शर्मा को कानपुर नगर का जिलाधिकारी नियुक्त किया गया है। सभी जिलों में जिलाधिकारी ही जिला निर्वाचन अधिकारी होते हैं। सूर्यपाल गंगवार अभी मध्यांचल डिस्काउंट के एमडी थे। नेहा शर्मा एसीईओ ग्रेटर नोएडा और शिवाकांत द्विवेदी अभी विशेष सचिव गृह के पद पर तैनात थे। नेहा शर्मा को कानपुर का डीएम बनाया गया है। वहां यहां एसडीएम सदर रह चुकी हैं। डीएम विशाख जी अय्यर का तबादला कर दिया गया है। उन्हें निर्वाचन आयोग ने हटाया है। आइपीएस अधिकारी हेमराज मीणा को कौशाम्बी तथा आशीष तिवारी को फिरोजाबाद का एसपी बनाया गया है।
डीएम आलोक तिवारी का रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के निजी सचिव के पद पर तबादला होने के बाद शासन ने मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात विशेष सचिव विशाख जी अय्यर को डीएम के पद पर तैनात किया था। उन्हाेंने 23 सितंबर 2021 को पदभार ग्रहण किया था। बतौर डीएम विशाख जी ने मेगा लेदर क्लस्टर की भूमि की अदला- बदली की समस्या के समाधान को लेकर तत्पर थे तो चकेरी एयरपोर्ट के विस्तार का कार्य उनकी पहली प्राथमिकता में था। इस प्रोजेक्ट की वे लगातार मानीटरिंग कर रहे थे।आशीष तिवारी लखनऊ में एसपी एसएसएफ के पद पर तैनात थे। उनको फिरोजाबाद एसपी के पद पर तैनाती मिली है। फिरोजाबाद के एसपी रहे अशोक कुमार को एसपी डीजीपी मुख्यालय के पद पर भेजा गया है। हेमराज मीणा को एसपी कौशाम्बी के पद पर तैनाती मिली है। मीणा एसपी एसटीएफ लखनऊ के पद पर थे। कौशाम्बी के एसपी राधेश्याम को एसपी डीजीपी मुख्यालय के पद पर तैनात किया गया है। बरेली के डीएम मानवेन्द्र सिंह की पत्नी मंजू सिंह भाजपा से टिकट की दावेदारी कर रही थी| उन्हें भाजपा ने टिकट भी नही दिया और उनके पति बरेली की डीएम की कुर्सी भी गवा बैठे|