फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) स्वास्थ्य विभाग की मिली भगत से शहर में बड़ी संख्या में नर्सिग होम व अस्पताल गैर कानूनी ढंग से संचालित हो रहे हैं| जिनकी संख्या मसेनी चौराहे के इर्दगिर्द हैं| आये दिन मरीजों के साथ इलाज में लापरवाही से हुई मौतों के मामले में बबाल होते रहते है| गाहे बजाहे कई मामलों में मुकदमें भी दर्ज किये गये है| लेकिन जोड़-तोड़ की व्यवस्था के चलते प्रभावी कार्यवाही नही हो पाती| गुरुवार को इसी क्रम में सजग हुए स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों नें अभियान चलाकर तीन इस तरह के अस्पतालों को सील कर दिया गया जिनके रजिस्ट्रेशन नही थे और यह अस्पताल लम्बे समय से संचालित हो रहे थे| मरीजों को शिफ्ट किया गया है|
गुरुवार को अपर मुख्यचिकित्साधिकारी अनुराग सिंह की टीम को अचानक कर्तव्य बोध हुआ और वह आस-पास के अस्पतालों को छोड़कर तीन अस्पतालों को अपना निशाना बनाया जिनमे म्सेंनी से लकूला मार्ग पर स्थित सोम अस्पताल, इटावा-बरेली हाई-वे मसेनी चौराहा लाइफ केयर अस्पताल व कुबेर पाली क्लीनिक पर धावा बोला| प्रारंभिक छानबीन में पता चला की तीनों अस्पतालों के पंजीकरण ही नही कराये गये है| हालांकि अस्पताल के साइन बोर्डों पर शहर के चर्चित चिकित्सकों के नाम के बोर्ड लगे थे| एक अस्पताल में तो मरीज नाम की कोई चीज नह नजर आयी| इसके पीछे विभागीय सांठ-गाठ की छलक दिखती है| एक अस्पताल में केबल दो मरीज मिले जिन्हें लोहिया शिफ्ट करानें के लिए एम्बुलेंस बुलायी| उन्हें लोहिया अस्पताल शिफ्ट किया गया| जिन अस्पतालों में ताला बंदी की कार्यवाही की गयी उनमे एक अस्पताल एक कद्दावर सपा नेता का बताया गया है| शहर में इस तरह के कई राजनैतिक मठाधिसों के अस्पताल उनकी सरपरस्ती में चल रहे है| सत्ता पक्ष के कुछ नेताओं ने अपने रिश्तेदारों के नाम से नर्सिंग होम खोल लिए हैं| जहाँ आये दिन विवाद होते ही रहते है| कई में तो मुकदमें भी दर्ज किये गये है| इसके बाबजूद जाँच में कभी अस्पताल के पंजीकरण होंने ना होनें की बात क्यों सामने नही आयी यह अपने आप में सोंचने का विषय है| सूत्रों की माने की लोहिया अस्पताल के कुछ रिटायर्ड कर्मचारियों के परिजनों नें भी अस्पताल व पैथोलॉजी सेंटर खोले हैं| मजे की बात यह है कि रिटायर्ड कई कर्मचारियों नें सरकारी आवासों में ही डेरा डाला हुआ है और वह लोहिया अस्पताल में भर्ती मरीजों का शोषण और अपना लाभ अर्जित कर रहे है| फिलहाल एसीएमओ अनुराग सिंह का दावा है कि बिना पंजीकरण के चल रहे अस्पतालों व पैथोलेजी के खिलाफ मुहीम जारी रहेगी| आज की कार्यवाही में तीन को सील किया गया है| अभियान जारी रहेगा| देखने की बात यह है कि आगामी विधान सभा चुनाव को देखते हुए यह कार्यवाही कितनी प्रभावी रहेगी|