लखनऊ: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 को लेकर कुनबा बढ़ाओ अभियान में लगी समाजवादी पार्टी को रविवार को बड़ी सफलता मिली है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने दो विधायक तथा एक पूर्व सांसद सहित एक दर्जन नामचीन हस्तियों को अपनी पार्टी में शामिल कराया।
गोरखपुर के प्रभावशाली नेता हरिशंकर तिवारी के पुत्र विधायक विनय शंकर तिवारी, पूर्व सांसद भीष्मशंकर तिवारी सहित पूर्व विधानसभा सभापति गणेश शंकर पांडेय, ब्लाक प्रमुख संतोष पांडेय सहित भाजपा के जय चौबे ने रविवार को सपा की सदस्यता ग्रहण कर ली। पूर्वांचल के बड़े ब्राह्मण कुनबे के साथ गोरखपुर के बड़े परिवार ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली। इस अवसर पर अखिलेश यादव काफी प्रसन्न थे। उन्होंने कहा कि आज के दिन हमारी पार्टी में महत्वपूर्ण नेताओं की ज्वाइनिंग हुई है। उन्होंने कहा कि यह बहुत खुशी की बात है कि पंडित हरिशंकर तिवारी का परिवार समाजवादी पार्टी से जुड़ा है। पंडित हरिशंकर तिवारी हमारे साथ नेताजी के साथ काफी लम्बे समय से जुड़े हैं। अब तो समाजवादी पार्टी का परिवार अब काफी बड़ा होता जा रहा है। अखिलेश यादव ने कहा कि गणेश शंकर पाण्डेय आज बहुजन समाज पार्टी छोड़कर सपा में आए हैं। पूर्व सांसद भीम शंकर तिवारी और बसपा से विधायक विनय शंकर तिवारी भी हमारे साथ आ गए हैं। अब उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी का कोई मुकाबला नहीं कर सकता है। अखिलेश यादव ने कहा कि आज बड़ी संख्या में लोग सपा में शामिल हुए हैं। सपा में शामिल लोगों का स्वागत करता हूं। आज एक बड़ा परिवार सपा का साथ जुड़ गया है। अब सपा का कोई मुकाबला नहीं कर पाएगा।
अखिलेश यादव ने कहा कि उत्तर प्रदेश में पहले गरीबों को राशन बांटने का कार्यक्रम नवंबर तक था और अब इन्होंने मार्च तक कर दिया है। यह मार्च तक इसलिए किया गया, क्योंकि यह जानते हैं कि मार्च के बाद इनकी सरकार चली जाएगी। उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री इसलिए बनाए गए थे कि उत्तर प्रदेश का विकास हो लेकिन साढ़े चार साल में उत्तर प्रदेश में भेदभाव, जाति और धर्म को देखकर काम हुआ। जिस तरह अंग्रेजों ने डिवाइड और रूल करके राज किया, उसी तरह आज भाजपा डरा कर और लोगों को मारकर राज करना चाहती है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने कहा कि अंबेडकरवादी और समाजवादी एक हो गए हैं, इसलिए भाजपा का सफाया तय है। उन्होंने कहा कि यह सरकार बुल संभाल पा रही है न बुलडोजर। अखिलेश ने घोषणा की है कि सपा की सरकार बनने पर गोरखपुर विश्वविद्यालय को केंद्रीय विश्वविद्यालय बनाने का प्रस्ताव केंद्र को भेजेंगे। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए कार्यक्रम कर रही है। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का प्रस्ताव सबसे पहले कैबिनेट में सपा सरकार ने पास किया था। इसका दस्तावेज भी दे सकते हैं।
समाजवादी पार्टी के राज्य मुख्यालय में रविवार कोअखिलेश यादव ने कहा कि बसपा से विधायक विनय तिवारी, भाजपा से विधायक जय चौबे, पूर्व सांसद कुशल तिवारी, पूर्व सभापति गणेश शंकर पाण्डेय, बसपा नेता संतोष तिवारी के साथ किन्नर पायल ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ली। संतोष तिवारी बसपा से गोंडा के करनैलगंज से प्रत्याशी रहे हैं। संतोष तिवारी गोंडा मंडल में बड़ा ब्राह्मण चेहरा हैं। इनके साथ संजय दीक्षित भी सपा में शामिल हो गए। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस अवसर पर किन्नर पायल को सपा किन्नर सभा का प्रदेश अध्यक्ष भी घोषित किया।
प्रदेश के पूर्वांचल विशेषरूप से गोरखपुर, महराजगंज तथा संतकबीर नगर की राजनीति में बड़ा दखल रखने वाले ब्राह्मण नेता पंडित हरिशंकर तिवारी के परिवार के आने से सपा भी अपने को काफी मजबूत मान रही है। विनय तिवारी और कुशल तिवारी को बसपा से बाहर करने के बाद तिवारी परिवार ने यह बड़ा फैसला लिया है। उत्तर प्रदेश की कई सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे पंडित हरिशंकर तिवारी के बड़े पुत्र भीष्म शंकर उर्फ कुशल तिवारी खलीलाबाद से बसपा से सांसद थे। उनके छोटे पुत्र पंडित हरिशंकर तिवारी की परंपरागत सीट चिल्लूपार से बसपा के विधायक हैं। इनके साथ उनके भांजे उत्तर प्रदेश विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश शंकर पाण्डेय हैं। संत कबीर नगर के खलीलाबाद से भाजपा से विधायक जय चौबे भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। संतकबीरनगर जिले के खलीलाबाद से भाजपा के विधायक दिग्विजय नारायण चौबे उर्फ जय चौबे आज से समाजवादी पार्टी के सदस्य हो जाएंगे। चौबे परिवार संतकबीरनगर में शिक्षा क्षेत्र में मजबूत पकड़ रखता है। बहुजन समाज पार्टी ने कुछ दिन पहले ही पंडित हरिशंकर तिवारी के परिवार को पार्टी से निकाला था। इसके बाद ही हरिशंकर तिवारी के विधायक बेटे विनय तिवारी की अखिलेश यादव से मुलाकात हुई थी।