अपने घर हुई चोरी का भी डेढ़ माह बाद खुलासा नही कर पा रही खाकी

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फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) अपराध नियंत्रण पर दावा करने वाली जनपद पुलिस दो माह बाद भी अपने गढ़ में अपनी हुई चोरियों का खुलासा करनें में नाकाम साबित होती नजर आ रही है| यूँ तो गाहे बजाहे कभी लूट कभी साइबर अपराध के बड़े खुलासे कर पुलिस अपनी पीठ थपथपा लेती है, लेकिन लम्बे अन्तराल के बाद पुलिस लाइन में दरोगा व  महिला सिपाही के घर हुई चोरी के मामले में अभी भी खाली हाथ है| चूँकि इशारा साफ है की पुलिस चोरी खोले तो बदनामी और ना खोले तो हो ही रही है|
पुलिस की मानें तो मामले की तह तक जाने के लिए लगभग डेढ़ माह के लम्बे समय के बीच केबल सीडीआर के भरोसे साक्ष्य जुटानें में जुटी है| यूँ तो पुलिस लाइन में इससे पूर्व भी बाइकों की चोरी के अलावा लूटपाट की घटनाओं को अंजाम पूर्व में भी दिया जा चुका है| बाइक चोरी के मामले अपनी साख बचाने के नाम पर रफादफा कर दिये और आज तक वह लिखापढ़ी में नही आ पाये| जबकि लूट की एक घटना में एक पुलिस कर्मी के बेटे को ही आरोप में जेल भेजा गया था| यूँ माना जाये तो पुलिस लाइन परिसर में सुरक्षा के नाम से मुख्य द्वार से लेकर सभी रास्तो पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम रहते है| पुलिस लाइन में आने-जाने वालों से पूंछतांछ की व्यवस्था रहती है| इसके साथ ही खाकी की 24 घंटे चहल-कदमी रहती है|
विदित है कि पुलिस लाइन में रह रही महिला दारोगा पूनम जादौन के घर के ताले तोड़कर चोर दो सोने की अंगूठी, एक मंगलसूत्र, एक जोड़ी टाप्स, दो जोड़ी पायलें, 25 हजार रुपये व मंदिर में रखे चांदी के पूजा के बर्तन चोरी करके ले गए। इसके दूसरे दिन मऊदरवाजा थाने में तैनात महिला सिपाही कविता भारद्वाज का रिजर्व पुलिस लाइन के ब्लाक बी में सरकारी आवास है। जिसमे दूसरे दिन 30 अक्टूबर 2021 को चोरी की घटना को अंजाम दिया गया| दोनों घटनाओं में पुलिस के लगभग डेढ़ महीने बाद भी खाली है| जाँच के नाम पर सीडीआर तैयार करनें की बात कही जा रही है| विवेचक याकूतगंज चौकी इंचार्ज अमित कुमार नें बताया कि जाँच अभी चल रही है| सर्विलांस की मदद ली जा रही है| फिलहाल सफलता हाथ नही लगी है|