फर्रुखाबाद:(राजेपुर संवाददाता) ग्राम समाज की भूमि पर 68 फर्जी पट्टेदारों बेदखल करनें में जिला प्रशासन दूसरे दिन भी नाकाम साबित हुआ| संख्या में अधिक लेकिन सरकारी अभिलेखों की मजबूरी में कमजोर ग्रामीण दिन पर लाठी हाथ में उठाये हल्ला बोल का इंतजार करते रहे| फिलहाल कई घंटे चली पंचायत के बाद भी अधिकारी कोई हल खेतों में नही चला सके|
तहसील अमृतपुर के ग्राम सबलपुर का मजरा आशा की मढ़ैया में 68 पट्टेदारों को फर्जी करार दिया गया है| कई सालों से फर्जी पट्टे की भूमि पर अनाज पैदा करते चले आ रहे किसानों के सामने अब जिला प्रशासन मुसीबत का हल लेकर खड़ा हो गया है| अपनी जमीन हाथ से जाते देख ग्रामीण घरों से निकल कर खेतों में आकर मोर्चा लेनें को तैयार हो गये है| बीती रात को ग्रामीण अपनी महिलाओं और बच्चो के साथ खेतों में तम्बू लगाकर ठंड में पड़े रहे|
शुक्रवार को उन्हें किसी फैसले की उम्मींद थी| दिन भर इंतजार करनें के बाद शाम को उपजिलाधिकारी प्रीती तिवारी, सीओ अमृतपुर अजेय शर्मा, थानाध्यक्ष दिनेश गौतम, महिला दारोगा रक्षा सिंह, वन क्षेत्राधिकारी अशोक शर्मा आदि भारी दल-बल के साथ मौके पर पंहुचे| उन्होंने ग्रामीणों को दो घंटे समझानें का प्रयास किया| लेकिन ग्रामीण किसी भी कीमत पर मानने को तैयार नही थे| ग्रामीणों आंदोलन तेज करनें की चेतावनी दी| ग्रामीणों का आरोप है कि प्रधान ब्रजपाल व लेखपाल श्याम बाबू के मिलीभगत से जबरन काम हो रहा है| प्रधान की 85 बीघा भूमि को अभी तक पैमाइश नही करायी गयी|
240 बीघा भूमि को किया चिन्हित
वन विभाग के लिए ग्राम आशा की मढैया और चाचूपुर के बीच लगभग 240 बीघा भूमि को लेखपाल श्याम बाबू व कानून मनोज दीक्षित नें चिन्हित किया गया| जिसे बाद में वन विभाग के सुपुर्द किया जायेगा|
कई पट्टेदार महिलाओं की हालत बिगड़ी
अपनी भूमि हाथ से जाते हुए देख घरों को छोड़कर खेतों में तम्बू लगाये बैठी कई महिलाओं की हालत बिगड़ गयी| उन्हें तेज बुखार का सामना करना पड़ा| लेकिन उनके स्वास्थ्य का किसी नें ध्यान नही दिया|