फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला) शहनाई की गूंज के साथ फूलों का बाजार महकने लगा है। पिछले साल की तुलना में इस बार विवाह समारोह ज्यादा हो रहे हैं। मेहमानों की संख्या अधिक अनुमन्य होने से आयोजन की भव्यता पर लोग जोर दे रहे हैं। ऐसे में सजावट के लिए फूलों की मांग बढ़ी है। कारोबारियों के पास इस बार बुकिग ज्यादा है। मांग की तुलना में सजावटी फूलों की आवक सीमित है। खेत से मंडी तक फूल लाने का किराया ज्यादा हो गया है। इस वजह से सजावटी फूल दोगुने तक महंगे हो गए हैं। इससे जाहिर है विवाह आयोजन करने वालों का बजट बढ़ेगा। इसमे भी गुलाब के दाम भी आधे से अधिक बढ़ गये हैं|
सबसे ज्यादा इस्तेमाल गुलाब का होता है। हाल यह है कि 150 रूपये किलो बिकने वाला गुलाब अब 300 रुपये किलो मिल रहा हैं। दीपावली पर तो यह गुलाब 800 रूपये किलो तक बिक्री हुआ| सजावट के अलावा जयमाला बनाने और फूलों की चादर तैयार करने में इसका उपयोग होता है। जनपद में लगभग 3 से 5 कुंतल गुलाब की प्रतिदिन खपत है|
बरेली से आ रहा गुलाब, कानपुर से गेंदा
भोलेपुर में फूलों का कारोबार करनें वाले नंदन सैनी नें बताया की सामान्य देशी गुलाब बरेली की दूतरा मंडी से खरीद कर आता है| इसके साथ ही गेंदा कानपुर से आ रहा है| इसके साथ ही हाईब्रिड गुलाब के लिए नासिक, पुणा के साथ ही बैंगलोर से भी गुलाब की आबक होती है| नासिक व बैंगलोर का एक गुलाब 20 रूपये से मांगलिक कार्यक्रम शुरू होते ही 40 रूपये प्रति गुलाब हो गया| यह गुलाब 15 दिन तक तरोताजा बना रहता है|
गेंदा की हो रही दुर्गति
फूलों में गेंदा ही मात्र ऐसा है, जिसका भाव गिरा हुआ है। फूल कारोबारियों ने बताया कि इसकी पैदावार मांग की तुलना में ज्यादा है। इस फूल का उपयोग पूजा में ज्यादा होता है, सजावट में जरूरत कम होती है। यही वजह है कि इसका भाव 150 से 70 रूपये किलो है|