गंगा की बाढ़ से काशीराम कालोनी भी बनी महासागर

FARRUKHABAD NEWS जिला प्रशासन सामाजिक

फर्रुखाबाद:(नगर संवाददाता) शहर की सटी काशीराम कालोनी इन दिनों गंगापार की तरह जलाशय में तब्दील हो चुकी है| जिससे कालोनी के बाशिदों में डर और खौफ का माहौल है| बाढ का पानी आनें से जहरीले कीड़े, सांप आदि भी कालोनी की तरफ पलायन कर रहें है| लिहाजा प्रशासन की बेरुखी से बाशिदों में रोष है| कोई जनप्रतिनिधि भी अभी तक उनके आंसू पोछने नही गया|
गंगा का जलस्तर सोमवार को 5 सेंटीमीटर बढ़कर खतरे के निशान 137.10 मीटर पर पहुँच गया है। नरौरा बांध से 96305 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिसका असर काशीराम कालोनी में भी दिख रहा रहा| जहाँ लोग दुपहिया और चार पहिया वाहनों को चलाने थे उस जगह पर अब नाव चलानें के हालात है| दरअसल काशीराम कालोनी में विगत वर्ष 2010 में इस तरह की बाढ़ दाखिल हुई थी| उसके बाद इस इस तरह का पानी कालोनी में नही आया| लेकिन इस बार भी बाढ की विभीषिका से लोगों को दो चार होना पड़ रहा है|
दरअसल कालोनी में कुल 81 व्लाक बनें है| जिसमे 1296 घर हैं| जिसमे लगभग 5500 लोग निवास करते है| बाढ़ आनें से पहली मंजिल पर बने लगभग 300 घरों में तीन-तीन फीट पानी दाखिल हो गया है| जिससे उन घरों में रहनें वाले बाशिंदों को खड़े होनें की भी जगह नही मिल रही| खानें बनानें से लेकर शौचजानें की भी समस्या नें बिकराल रूप ले लिया है| जहरीले सांप और कीड़ो का भय अलग से सता रहा है| ऊपर से जलभराव होनें पर बिजली भी बाधित की गयी है| जिससे मुसीबत और बढ़ गयी है| दिन में तो जैसे-तैसे लोग समय काट रहे है लेकिन लाइट ना होनें पर रात एक अजीब से भय में काट रहे हैं|
सभासद रावेश मिश्रा नें बताया कि जल भराव की समस्या को लेकर कई बार जिला प्रशासन और नगर पालिक को लिखकर दिया जा चुका है| लेकिन कोई सुनने वाला नही| नाला निर्माण को लेकर मांग की जा रही है| लेकिन अभी तक नाला निर्माण नही कराया गया| नाला निर्माण हो गया होता तो जलभराव की यह समस्या इतनी बढ़ी नही होती|
 माँ रसोई से प्रतिदिन जायेगा कालोनी के एक हजार लोगों को मुफ्त भोजन
पालिका अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल के पति मनोज अग्रवाल नें बाध ग्रास्त काशीराम कालोनी का दौरा किया| उन्होंने जेएनआई को बताया कि बिजली सप्लाई जलभराव को देखते हुए बाधित की गयी है| बाढ का पानी रोंकने का कोई साधन नही है| पानी में कालोनी के लगभग 300 पहली मंजिल के घर डूबे है| उन 300 परिवारों के लगभग एक हजार लोगों को बाढ रहनें तक उनकी माँ रसोई से प्रतिदिन मुफ्त जायेगा| इसके साथ पीने के पानी की व्यवस्था की गयी है| साथ ही  शौचालय भी लगाये गये है|