फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिला पंचायत चुनाव के साथ ही साथ अब व्लाक प्रमुख चुनाव को लेकर भी दावेदार अपना दम-खम दिखाने लगे है| सियासी पारा धीरे-धीरे चरम पर पहुंच रहा है। ब्लाक प्रमुख की कुर्सी को रस्साकशी, जातिगत समीकरण की गुणा-गणित भी चल रही है| संभावित प्रत्याशी बीडीसी सदस्यों को रिझाने के लिए तमाम हथकंडे भी अपना रहे हैैं। गंगापार के ब्लाक में प्रमुख पद के चुनाव को लेकर सियासत गरमा गई है। अभी तक बीजेपी के सम्भावित प्रत्याशी मैदान में थे लेकिन सोमवार को उसमे दखलंदाजी हो गयी|
दरअसल विकास खंड राजेपुर से काफी दिनों से दुग्ध संघ अध्यक्ष सत्यपाल सिंह के पुत्र डॉ० पल्लव सोमवंशी अपनी दावेदारी कर चुनाव मैदान में तैयारी में जुटे है| उनकी दावेदारी फिलहाल मजबूत मानी जा रही है| लेकिन सोमवार को पूर्व सैनिक संजय सोमवंशी नें प्रेसवार्ता में अपनी ताल ठोंक दी| संजय का दावा है कि व्लाक में कुल 93 बीडीसी हैं जिसमे से 70 उनके पास है| सोमवंशी नें यह दावा किया कि उन 70 सदस्यों के समर्थन के बाद ही वह प्रमुखी के लिए मैदान में कूदें है| संजय सोमवंशी नें कहा कि बाहरी लोग चुनाव लड़ने आये है उन्हें भगाना है यही उद्देश्य है| बाहर से वोट बनवा लिया और राजनीति कर रहे है| उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया जायेगा| लेकिन उस बाहरी व्यक्ति का नाम पूंछने पर कन्नी काट गये|
दरअसल साम,दाम, दंड भेद वाले इस चुनाव में वैसे तो ब्लॉक प्रमुख पद के चुनाव की अभी अधिकारिक घोषणा नहीं हुई है लेकिन चुनावी सुगबुगाहट लगते ही सभी दावेदारों की सक्रियता बढ़ गई है। जिससे पल्लव के सत्ता के चलते निर्विरोध चुनाव जीतनें की तैयारी कर रहे पल्लव को कड़ी मसक्कत करनी होगी| पल्लव सिंह कोलासोता सीट से निर्विरोध बीडीसी का चुनाव जीते है वहीं संजय सोमवंशी की पत्नी सुनीता सिंह सथरा से निर्विरोध निर्वाचित हुई हैं|
डॉ० पल्लव सोमवंशी नें जेएनआई को बताया कि संजय सोमवंशी के 70 का दावा गलत है| उन्होंने कहा कि 70 किस हिसाब से उनके पास है बीडीसी अपना समर्थन प्रमाण पत्र देकर देता है वह 70 प्रमाण पत्र बीडीसी के दिखा दें तो मै चुनाव नही लडूंगा|