फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) मानसून ने दस्तक दे दी है। ऐसे में बुखार, डायरिया व अन्य संक्रामक बीमारियों की संभावना बढ़ सकती है। इसे देखते हुये जनपद में 1 से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान एवं 12 से 25 जुलाई तक दस्तक अभियान चलाया जाएगा। इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने कलेक्ट्रेट सभागार मे सहयोगी संस्थाओं डबल्यूएचओ, एवं यूनिसेफ के प्रतिनिधियों व अन्य विभागों के साथ अंतर्विभागीय समन्वयकों के साथ बैठक कर आवश्यक निर्देश दिये।
एक माह तक चलने वाले इस अभियान के दौरान संचारी रोग जैसे डेंगू, चिकनगुनिया, टीबी, मलेरिया, दिमागी बुखार से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा । अभियान में प्रथम पंक्ति के कार्यकर्ताओ के साथ 11 विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को भी शामिल किया गया है। जिसमे स्वास्थ्य विभाग के साथ आईसीडीएस, पंचायती राज , शिक्षा विभाग , पशुपालन विभाग , नगर निगम, कृषि विभाग, दिव्यांग कल्याण, सूचना विभाग, स्वच्छ भारत मिशन एवं उद्यान विभाग को भी ज़िम्मेदारी दी गयी है। जिलाधिकारी ने अभियान में शामिल सभी 11 विभागों को बेहतर समन्वय के साथ लोगों को संचारी रोगों से बचाने के सख्त निर्देश दिये । इसके लिए उन्होने सभी विभागों से कार्ययोजना बनाकर कार्य करने के लिए कहा। साथ ही उन्होने जन जागरूकता के लिए प्रचार वाहन चलाने के निर्देश दिये ।
इस मौके पर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० सतीश चंद्रा ने बताया कि मच्छर दिमागी बुखार के सबसे बड़े वाहक होते हैं। इसके अलावा चूहे और छछूंदर से स्क्रब टायफस नामक रोग फैलता है जो दिमागी बुखार का कारण हो सकता है। इसके लिए उन्होने अभियान के दौरान लोगों को जागरूक करने के निर्देश दिये । साथ ही उन्होने संबन्धित अधिकारियों को निर्देश दिया कि दस्तक अभियान में आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता प्रत्येक मकान पर क्षय रोग के संभावित रोगियों के विषय में भी जानकारी प्राप्त करेंगी और क्षय रोग के लक्षणों वाले किसी व्यक्ति की सूचना प्राप्त होने पर उस व्यक्ति का नाम पता एवं मोबाइल नंबर सहित सभी जानकारी एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय पर उपलब्ध कराएंगी। उन्होने कहा कि इस दौरान सभी लोग कोबिड प्रोटोकाल का खास तौर पर ध्यान रखकर काम करेंगे।
जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर ने बताया कि दस्तक अभियान के दौरान आशा एवं आंगनवाड़ी कार्यकर्ता बुखार के रोगी , कोविड के संभावित रोगी, जेई व एईएस बीमारी से विकलांग व्यक्तियों की सूची, आईएलआई ( इंफ्लुएंजा लाइक इलनेश ) रोगी, क्षय रोग के संभावित रोगी तथा कुपोषित बच्चों की सूची प्रतिदिन कार्य समाप्ति पर क्षेत्रीय एएनएम के माध्यम से ब्लॉक मुख्यालय पर निर्धारित फार्मेट पर उपलब्ध कराएंगी ।
बुखार एक रोग अनेक –
बुखार के साथ कंपकपी अथवा जाड़ा लगना – मलेरिया
बुखार के साथ शरीर पर चकत्ते पड़ना अथवा रक्त स्राव – डेंगू रोग
बुखार के साथ जोड़ों में दर्द – चिकनगुनिया
बुखार के साथ बेहोशी या झटके आना – जापानीज़ इन्सेफेलाइटिस (जेई)
दो सप्ताह से अधिक की खांसी, वजन कम होना , बलगम में खून आना—क्षय रोग
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी एम अरुन्मोली, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० दलवीर सिंह, उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ० राजीव शाक्य, जिला कार्यक्रम अधिकारी भारत प्रसाद डीपीएम कंचन वाला आदि रहे |