फर्रुखाबाद:(कायमगंज संवाददाता) बीते लगभग दो वर्ष पूर्व क्लीनिक में बैठे नेत्र चिकित्सक की गोली मारकर सनसनीखेज हत्या को अंजाम दिया गया था| घटना में मृतक के चचेरे भाई समी अली खां को मुख्य आरोपी बनाया था| उसके ऊपर 50 हजार का ईनाम घोषित किया गया था| बुधवार को पुलिस उसे चेन्नई से गिरफ्तार कर लायी|
विदित है कि बीते 30 अगस्त 2019 की देर शाम कायमगंज कोतवाली क्षेत्र के गांव याहियापुर में क्लीनिक पर बैठे नेत्र चिकित्सक डॉ० बिलाल खां की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मृतक के पिता खालिद अली खां ने अपने भतीजे समी अली खां पुत्र स्व. जाहिद अली खां व उसके अज्ञात साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी।
पुलिस नें जब जाँच की तो पता चला कि मुख्य आरोपी समी अली खां नें भाड़े के हत्यारों को सुपारी देकर घटना करायी है| घटना के लगभग सभी आरोपी जेल की सलाखों के पीछे चले गये लेकिन घटना के बाद से मुख्य आरोपी समी अली फरार था| उसके ऊपर 50 हजार का ईनाम भी घोषित था| पुलिस नें उसे बीते 29 मई को चैन्नई अन्ना नगर, अमजी करायी गार्डन गली नम्बर-2 मकान नम्बर 583 पीपी से गिरफ्तार कर लिया| बुधवार को पुलिस उसे लेकर कोतवाली पंहुची|
जिलाधिकारी नें लाखों रूपये कीमत की दुकान व घर की हुई थी कुर्क
दरअसल पहले आरोपी पर 25 हजार का ईनाम घोषित किया गया था| लेकिन बाद में यह रकम 50 हजार कर दी गयी थी| लेकिन मास्टर मास्टरमाइंड समी अली खां पुलिस की पकड़ से दूर था| जिसके चलते बीते 19 दिसम्बर 2020 को उसकी लाखों रूपये कीमत की रेलवे स्टेशन के पास स्थित दुकान भी डीएम के आदेश पर कुर्क कर ली गयी थी|जिसकी कीमत 18.01 लाख थी| उसका घर पहले ही कुर्क किया जा चुका था| इसी दौरान पुलिस नें समी के खिलाफ गैंगेस्टर एक्ट के तहत भी कार्यवाही की थी|
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा नें बताया कि आरोपी समी कोतवाली के तीन मुकदमों में फरार था| उसकी गिरफ्तारी चेन्नई से की गयी है |उसे जेल भेजा जा रहा है|