अलीगढ़ शराब मामले में मृतकों की संख्या हुई 32

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अलीगढ़: तालानगरी अलीगढ़ में देशी शराब के ठेके से शराब लेकर सेवन करने वालों की मौत का सिलसिला शनिवार को भी जारी है। गुरुवार रात से लोगों की तबीयत खराब होने लगी और शुक्रवार देर रात तक 27 लोगों ने दम तोड़ दिया था। पांच की शनिवार सुबह मृत्यु होने के बाद से अब संख्या 32 पर पहुंच गई है।
अलीगढ़ के सात गांव में गुरुवार रात बड़ी संख्या में लोगों ने देशी शराब का सेवन किया। इनमें से अधिकांश तो अलीगढ़ के लोग थे जबकि बड़ी संख्या में ट्रक के चालक भी थे, जो कि एचपी बॉटलिंग प्लांट में गैस सिलेंडर लेने आए थे। शुक्रवार को जहां 27 लोगों की मौत हो गई थी, वहीं आज सुबह भी पांच लोगों की मौत हो गई। अब मृतकों की संख्या अब 32 हो गई है। अभी भी यह संख्या बढ़ सकती है। जिला अस्पताल में भर्ती कई लोगों की हालत अभी गम्भीर बनी हुई है। उनके इलाज में चिकित्सक लगे हैं।
अलीगढ़ में शुक्रवार रात तक तीन गांवों में 22 व गभाना के गांव में पांच लोगों की मौत हो गई थी। प्रदेश में शासन-प्रशासन के लाख दावों के बावजूद जहरीली देसी शराब के धंधे पर अंकुश नहीं है। अलीगढ़ में दो अलग घटनाओं में देशी शराब पीने से शुक्रवार को आधा दर्जन गांवों के 27 लोगों की जान चली गई। जिला प्रशासन ने 18 लोगों की मृत्यु होने की पुष्टि की थी, लेकिन 25 शवों का पंचनामा भरा गया। इनमें से 19 शवों का पोस्टमार्टम हो गया है। दो शव रखे हुए हैं। सरकारी ठेकों से खरीदी शराब पीने के बाद गुरुवार रात से ही शुरू हुआ मौत का यह सिलसिला शुक्रवार तक जारी था। गुस्साए लोगों ने सुबह ठेकों के बाहर हंगामा किया।
अलीगढ़ के लोधा, खैर व जवां क्षेत्र के लोगों ने गुरुवार शाम अलग-अलग ठेकों से देसी शराब खरीदी थी। देर शाम सेवन किया। लोधा के गांव करसुआ के सुनील को रात करीब नौ बजे उल्टियां होने लगीं। हालत बिगडऩे पर जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां मौत हो गई। कुछ देर बाद ही गांव के कुछ अन्य लोगों को उल्टियां शुरू हो गईं। आंखों की रोशनी जाने की शिकायतें आने लगीं। गांव के ही महेश की रात करीब दो बजे मौत हो गई।
सुबह तक पांच लोगों के मरने की खबर आ गई, इनमें गैस प्लांट के चार ट्रक ड्राइवर भी शामिल हैं। दोपहर तक गांव रायट, अंडला व जवां में तीन-तीन, जबकि हैबतपुर, फतेह नगरिया, सूजापुर, नंदपुर पला में एक-एक मौत हो गई। कुछ शवों का बिना पोस्टमार्टम के ही अंतिम संस्कार कर दिया गया। ग्रामीणों का दावा 22 से अधिक मौत होने का है। इसके अलावा शुक्रवार शाम को यहां से करीब 20 किलोमीटर गभाना तहसील के गांव सांगौर में पूर्व प्रधान धर्मपाल सहित पांच लोगों की मृत्यु हो गई। प्रशासन व आबकारी विभाग की टीम ने वहां की दुकान को भी सील कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है शराब पीने से ही मौत हुई है। अधिकारी जांच की बात कह रहे हैं।
डीएम चंद्रभूषण सिंह ने मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं। चार ठेके सील कर दिए गए हैं। इस प्रकरण में एक महिला सहित चार लोगों को हिरासत में लिया गया है। जांच होने तक जिले में देसी शराब की सभी दुकानें बंद करा दी गई हैं। यहां पर प्रथमदृष्टया जांच में मिलावटी शराब बनाकर सरकारी दुकान से बेचने का मामला सामने आया है, इसमें सरकारी ठेकेदार भी लिप्त है। शासन स्तर से जिला आबकारी अधिकारी सहित पांच को निलंबित किया गया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बैठक में गृह व आबकारी विभाग को 48 घंटे अवैध शराब के खिलाफ छापामार अभियान चलाने का निर्देश दिया है। इस केस में तीन मृतकों के स्वजन की ओर से अलग-अलग थाने में 12 लोगों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
हर दोषी के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इस प्रकरण में हर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन पर एनएसए भी लगाया जाएगा। अगर सरकारी ठेके से शराब खरीदी है तो ठेका सीज किया जाए। दोषियों की संपत्ति जब्त कर नीलाम होगी और उससे मृतकों के स्वजन को मुआवजा दिया जाएगा।
चार ठेके सील: जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि हमने प्रारंभिक जांच के बाद चार ठेके सील कर दिए हैं। मजिस्ट्रेट जांच कराई जा रही है, 15 दिन में एडीएम प्रशासन रिपोर्ट देंगे। पुलिस ने भी जांच शुरू कर दी है, पांच लोगों को हिरासत में लिया है। इस प्रकरण के सभी दोषियों पर एनएसए लगाई जाएगी, अधिकतम सजा दिलाई जाएगी।
ढाबे पर रुकने वाले टैंकर चालकों की भी मौत: मृतकों में चार टैंकर चालक भी हैं। ये गांव करसुआ स्थित इंडेन गैस के प्लांट पर आए थे। इसके सामने ही शराब का ठेका है और आसपास कई ढाबे हैं। प्लांट पर आने वाले टैंकर चालक ढाबों पर रुकते हैं और यहीं ठेके से शराब लेकर पीते हैं।
मुख्य आरोपित हिरासत में, दो पर 50-50 हजार का इनाम: एडीजी राजीव कृष्ण ने बताया कि मरने वालों ने गुड इवनिंग ब्रांड की शराब पी थी। तीन गांव में यह घटना हुई हैं। मुख्य आरोपित अनिल चौधरी सहित पांच लोगों को हिरासत में लिया गया है। ऋषि शर्मा व विपिन यादव की तलाश की जा रही है। इन पर 50-50 हजार का इनाम घोषित हुआ है। पता चला है कि आरोपित गिरोह चलाकर मिलावटी शराब बेच रहे थे।
यह हैं मृतक: टैंकर चालक महेश (मथुरा), अवनीश कुटिया (प्रतापगढ़), लल्लन (समस्तीपुर, बिहार), इस्लामुद्दीन (दादरी नई आबादी गौतम बुद्ध नगर)। राजेश, राकेश, महेश, सुनील, संतोष, धर्मपाल, राकेश, मनोज चौहान, ओमवीर, जीतू, भगवान स्वरूप, गुलवीर, अंग्रेज, वाहिद खान, मुकेश, मनोज, जीतेंद्र व ओमवीर निवासी अलीगढ़।
जब्त होगी माफिया की संपत्ति : आबकारी मंत्री- प्रदेश के आबकारी मंत्री रामनरेश अग्निहोत्री ने विभागीय अधिकारियों के निलंबन के बाद थानाध्यक्ष, सीओ और एसडीएम के खिलाफ भी कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री को संस्तुति की है। मंत्री ने बताया कि घटना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। जल्द से जल्द जांच रिपोर्ट मांगी गई है। अन्य जिलों में भी अवैध शराब कारोबार और तस्करी रोकने के लिए कार्रवाई की जा रही है। सभी जगह कानूनी कार्रवाई के साथ शराब माफियाओं के संपत्ति जब्तीकरण करने के निर्देश दिए गए हैं।
मृतकों के आश्रितों को पांच-पांच लाख मुआवजा: जिला प्रशासन ने 16 लोगों की मौत होने की पुष्टि की है। डीएम ने इन सभी के परिवारों को मुख्यमंत्री किसान दुर्घटना कल्याण योजना के तहत पांच-पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है। दूसरे जिलों के परिवारों को मुआवजे के लिए वहां के प्रशासन को पत्र लिखा जाएगा।
इनका हुआ निलंबन:
1-अलीगढ़ के जिला आबकारी अधिकारी धीरज शर्मा।
2-आबकारी निरीक्षक क्षेत्र -तीन राजेश कुमार यादव।
3-प्रधान आबकारी सिपाही क्षेत्र -तीन अशोक कुमार।
4-आबकारी निरीक्षक क्षेत्र चार चंद्रप्रकाश यादव।
5-आबकारी सिपाही क्षेत्र चार रामराज राना।