फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) आगामी पंचायत चुनाव को देखते हुए जिला जेल से डीएम की रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही हुई है| जिसके चलते दस शातिर किस्म के कैदियों को आस-पास के जनपदों की जेलों में भेजा गया है| दरअसल आगामी 29 अप्रैल को पंचायत चुनाव को लेकर मतदान होना है| लिहाजा इसको देखते हुए जेल के भीतर रहकर चुनाव प्रभावित करनें की आशंका दस शातिरों की खुफिया रिपोर्ट के आधार पर जिलाधिकारी की तरफ से शासन को रिपोर्ट भेजी गयी थी| जिसके चलते रविवार को बीते सात वर्ष से जिला जेल में निरुद्ध चल रहे पप्पू उर्फ जगपाल पुत्र जंडैल सिंह और तीन वर्ष पूर्व निरुद्ध किए गए सोनू पुत्र हरमोहन को कासगंज जिला जेल भेजा गया है। इसी प्रकार वर्ष 2018 से निरुद्ध हरिनंदन सिंह यादव पुत्र कुंवर सिंह और विगत वर्ष गिरफ्तार शातिर कप्तान उर्फ भीमा को शाहजहांपुर जिला जेल भेजा गया है। वर्ष 2017 से निरुद्ध सूर्य उदयवीर सिंह पुत्र राजेंद्र सिंह और वर्ष 2018 से बंद वैभव उर्फ जैकी पुत्र मिथलेश कुमार को मैनपुरी जिला जेल शिफ्ट किया गया है। वर्ष 2017 से आजीवन कारावास काट रहे चंद्रपाल सिंह पुत्र रघुनाथ को हरदोई जिला जेल ट्रांसफर कर दिया गया है। वर्ष 2017 से उम्रकैद काट रहे रामपाल पुत्र विष्णुदयाल को एटा जिला जेल भेजा गया है। तीन-तीन बार आजीवन कारावास से दंडित अजय उर्फ मिंटू पुत्र कालिका प्रसाद को कन्नौज जिला जेल भेजा गया है। अजय पर अभी फर्रुखाबाद के अतिरिक्त कन्नौज, एटा, मैनपुरी समेत कई जनपदों में दर्ज 13 मुकदमे विचाराधीन हैं। वर्ष 2018 से निरुद्ध चल रहे प्रदीप कुमार चौहान पुत्र मुन्ना को बदायूं जिला जेल स्थानांतरित किया गया है।
बंदी रक्षकों की भारी कमी से जूझ रही जिला जेल
दरअसल जिला जेल में अधीक्षक का पद कई महीनों से रिक्त है। इसके अलावा डिप्टी जेलर के भी दो पद रिक्त चल रहे हैं। वहीं 75 बंदी रक्षकों के स्थान पर केबल 33 ही कार्यरत हैं। जबकि पीएसी के 15 और होमगार्ड के 15 जवान मिले हुए है| जिनसे काम चल रहा है|
प्रभारी जेल अधीक्षक अखिलेश कुमार ने बताया कि जेल में कई मोबाइल बरामद होने के क्रम में उन्हें यहां स्थानांतरण पर भेजा गया है। कारागार में व्यवस्थाओं को सुधारा जा रहा है। जेल में स्टाफ की कमी की समस्या आ रही है।