लखनऊ: पंचायत चुनाव की सुरक्षा-व्यवस्था की चुनौती से निपटने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने बड़ा निर्णय किया है। इस बार पंचायत चुनाव की ड्यूटी में मुस्तैद होमगार्ड जवान हाथों में थ्री नॉट थ्री राइफल थामे नजर आएंगे। यह वही राइफल है, जिसे पुलिस ने बीते वर्ष 26 जनवरी की परेड में विदाई दी थी और अंग्रेजों के जमाने से पुलिस की साथी रही थ्री नॉट थ्री राइफल सूबे में चलन से बाहर हो गई थी। अब एक बार फिर यह राइफल चुनाव के दौरान मालखानों से बाहर आएगी और सुरक्षा ड्यूटी के मोर्चे पर होमगार्ड जवानों का साथी निभाएगी।
एडीजी कानून-व्यवस्था प्रशांत कुमार ने सभी जिलों के एसएसपी/एसपी को पत्र लिखकर चुनाव ड्यूटी में तैनात होमगार्ड जवानों को थ्री नॉट थ्री राइफल देने का निर्देश दिया है। एडीजी कानून-व्यवस्था का कहना है कि जिलों में आवश्यकता के अनुसार थ्री नॉट थ्री राइफल का प्रशिक्षण प्राप्त होमगार्डों को सुरक्षा ड्यूटी पर लगाया जाएगा। किस जिले में कितने होमगार्ड राइफल के साथ मुस्तैद किए जाएंगे, इसका निर्णय संबंधित जिले के एसपी के स्तर से लिया जाएगा। चुनाव ड्यूटी के बाद राइफल वापस मालखाने में जमा करा दी जाएगी।
पंचायत चुनाव के हर चरण में 66444 होमगार्ड ड्यूटी पर मुस्तैद होंगे। इसके अलावा जिले में चुनाव ड्यूटी के लिए संबंधित जोन के स्तर से पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। डीजीपी मुख्यालय स्तर से पीएसी, होमगार्ड व पीआरडी जवानों का आवंटन किया जाएगा। एडीजी का कहना है कि चुनाव ड्यूटी के लिए करीब 15 कंपनी अर्द्धसैनिक बल मिलने की उम्मीद है। शांति व्यवस्था में कहीं कोई चूक न हो, इसके लिए होमगार्ड जवानों को भी आवश्यकता के अनुरूप संवेदनशील ड्यूटी स्थलों पर शस्त्र के साथ मुस्तैद किए जाने का निर्णय किया गया है।
उल्लेखनीय है कि होमगार्ड जवानों को थ्री नाट थ्री राइफल चलाने का प्रशिक्षण हासिल है, जबकि पुलिसकर्मी अब इनसास राइफल का प्रयोग कर रहे हैं। वर्तमान में सीमित संख्या में ही होमगार्ड जवानों को इनसास राइफल का प्रशिक्षण दिया गया है।