फर्रुखाबाद:(मेंला संवाददाता) श्रीमद भागवत कथा के शुभारम्भ पर कलशयात्रा मेला रामनगरिया परिसर में निकाली गयी| जिसमे जमकर जयकारे लगाये गये| कलश यात्रा में महीलाओं नें बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया|
मेला रामनगरिया में कलश यात्रा मेला क्षेत्र का भ्रमण करते हुए सीढी नम्बर 7 के निकट कथा पांडाल में आकर सम्पन्न हुई| यात्रा का कई जगह पुष्प वर्षा के साथ स्वागत किया गया| भक्ति गीतों को गुनगुनाती महिलायें सिर पर कलश रखकर शोभायात्रा में शामिल थीं| मेला परिसर का भ्रमण करने के पश्चात यात्रा पांडाल में पंहुची और उसके बाद पूजन आदि विधि-विधान से करने के बाद कथा प्रारम्भ की गयी| कथा वाचक राहुल देव शास्त्री नें कहा कि भागवत केवल एक पुस्तक ही नहीं है अपितु साक्षात भगवान श्रीकृष्ण का ही स्वरूप है। यह बात स्वयं नारायण भगवान भागवत के 11वें स्कन्द में स्वीकार करते है। श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण करने से कलियुग में सभी प्रकार के कष्टों का नाश होता है। वहीं पितरों को मुक्ति भी मिलती है| बैंड बाजों की धुन पर साधु-संतों ने तलवार से कर्तव्य भी दिखाएं वही जगह-जगह पर फूल मालाओं पुष्प वर्षा की गई| श्री कृष्ण बहादुर, बेचेलाल, अर्चना दीक्षित आदि रहे|