फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सियासत में कोई किसी का सगा नही केबल अवसर का ही स्वागत होता है| सियासत में कोई किसी का सगा नहीं होता है इसमें कोई दो राय नहीं है। किसी के साथ किसी के साथ ना होने के बराबर है। सियासत में कब दो जानी दुश्मन एक साथ आ जाएं और दोस्त बन जाएं कहना मुश्किल हैं। और वहीं दोनों कब एक दूसरे के खिलाफ जहर उगलने लगें इसका अंदाजा लगाना नामुमकिन है। सपा कार्यालय पर भी कुछ यही देखने को मिला| जब प्रसपा प्रदेश सचिव नें अपने परिवार सहित सपा का फिर से दामन थाम लिया और टिकट मांगकर चुनाव लड़ने की घोषणा भी कर दी|
कंपिल चेयरमैंन उदय पाल सिंह यादव नें अपने भाई जिला पंचायत सदस्य निलेश यादव, किशन पाल यादव, रितेश यादव व गीता देवी व समर्थकों के साथ सपा कार्यालय पर जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी के सामने सपा की साइकिल पर सबारी कर ली|उदय पाल सपा सरकार के दौरान जब शिवपाल सिंह यादव मंत्री थे तो उनके बहुत करीबी माने जाते थे| उनका हाथ होनें से उदयपाल नें जिले की राजनीति में एक कद बनाया| लेकिन उदय पाल के सपा का दामन थामने से प्रसपा सुप्रीमो शिवपाल को बड़ा झटका लगा|
चेयरमैंन उदयपाल नें बताया कि शिवपाल के उनके ऊपर कुछ उपकार थे इस कारण उनकी पार्टी में शामिल होकर लोक सभा का चुनाव लड़ा था| लेकिन अब सपा में आकर उन्होंने अमृतपुर से विधान सभा का टिकट मांगकर अपनी दावेदारी की है| यदि उन्हें अमृतपुर से टिकट नही मिली तो अलीगंज से दावेदारी करेंगे|
राजपाल कश्यप, निवर्तमान जिला महासचिव मंदीप यादव, तहसीन सिद्दीकी, सरदार तोषित प्रीत, शशंक सक्सेना, ओमप्रकाश शर्मा आदि रहे|