रायबरेली: आम आदमी पार्टी के विधायक तथा दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री सोमनाथ भारती को सोमवार को रायबरेली में बड़ी असहज स्थिति का सामना करना पड़ा। वह यहां पर पुलिस की टीम के साथ वार्ता कर रहे थे, इसी दौरान उनके ऊपर एक युवक ने काली स्याही फेंकी।
इसके बाद विधायक ने युवक को काफी अपशब्द कहे और उसकी पीछा भी किया। वहीं अमेठी में दर्ज एक पुराने मामले में पुलिस ने उनको गिरफ्तार कर लिया है। आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती ने इसे भाजपाइयों की कारस्तानी बताया और कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक सोमनाथ भारती आज रायबरेली में सरकारी स्कूलों का निरीक्षण करने जा रहे थे। इस दौरान पुलिस ने उनको रोका तो वह दारोगा को वर्दी उतरवाने की धमकी देने लगे। वह पुलिस अधिकारियों के साथ बहस में लगे थे, तभी एक युवक ने उन पर काली स्याही फेंक दी।
सूचना पर सीओ अंजनी कुमार चतुर्वेदी मौके पर पहुंचे। इस पर नाराज विधायक ने कहा यह भाजपाइयों की कारस्तानी है। हमें डराने धमकाने की कोशिश की गई। पुलिस की मौजूदगी में स्याही फेंकी गई। आप विधायक सोमनाथ भारती जिला पंचायत चुनाव की तैयारियों को लेकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक के लिए आए थे। उन्हें सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में रोका गया था। आप के विधायक सोमनाथ भारती रविवार रात को रायबरेली पहुंचे थे। उन्हेंं सोमवार को पुलिस ने गेस्ट हाउस से बाहर जाने से रोक दिया। वह बाहर जाने की जिद पर अड़े थे। इसी दौरान उनके ऊपर स्याही फेंकी गई। इस घटना के बाद पुलिस ने सोमनाथ भारती को गेस्ट हाउस में ही नजरबंद कर दिया।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार का एजेंडा सामने दिख रहा है। गेस्ट हाउस में ये सब चल ही रहा था कि वहा अमेठी पुलिस आ गई और आप नेता को गिरफ्तार कर लिया। बताया गया कि उनके खिलाफ अमेठी में मुकदमा दर्ज है, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है। शहर कोतवाल अतुल कुमार सिंह ने बताया कि जिन युवकों ने स्याही फेंकी है, उनकी पहचान की जा रही है। जल्द ही आवश्यक कारवाई की जाएगी।
सोमनाथ भारती के खिलाफ अमेठी में केस दर्ज
उत्तर प्रदेश के अस्पतालों की स्थिति के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी करने के मामले में आम आदमी पार्टी के विधायक सोमनाथ भारती के खिलाफ अमेठी में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। इस बीच आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रभारी तथा राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश में तानाशाही चरम पर पहुंच रही थी और आम आदमी पार्टी के नेताओं को डराने की कोशिश की जा रही है, जो राज्य में स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाओं की खराब स्थिति पर सवाल उठाते हैं। आम आदमी पार्टी के संयोजक तथा दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी मैदान में उतारने की घोषणा के बाद से पार्टी उत्तर प्रदेश में बेहद सक्रिय है।