फर्रुखाबाद:(राजेपुर संवाददाता) केंद्र और प्रदेश सरकार विकास के लिए खजाने की पोटरी भर-भर कर भेजती रही और यहाँ प्रधान जी और साहब भैंस सहित खोया खाते रहे और वापसी में कागजी नाम पर सब हिसाब किताब फिटकर सरकार को गलत जानकारी भेजते रहे| अब जब जिलाधीश जाँच को पंहुचे तो कही सड़क टूटी हुई मिली तो कही शौचालय कागजों में बने जो बने है उनमे मानकों का ध्यान ही नही रहा| जिसे देखकर जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें टूटी सड़क की रिकबरी प्रधान से करने और खंड विकास अधिकारी से जबाब तलब किया है| लेकिन यह तो केबल एक सैम्पल देखा गया और प्रधान के कार्यों से पर्दा चुनाव से पूर्व उठेगा|
जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें आवासीय कस्तूरबा विद्यालय में रात्री चौपाल लगायी| उन्होंने गाँव के विकास को करीब से देखा तो चौक गये| जिस सरकार में भ्रष्टाचार ना होनें की शपथ दिलायी गयी उस सरकार में यह हालत! उन्हें ग्रामीण कुलदीप सिंह का आवास खस्ता हाल मिला| ग्रामीण शिवनाथ व राजेश के इज्जतघर खस्ताहाल मिले| नाली टूटी मिली| ग्रामीण राजेश के घर से आर्यावर्त ग्रामीण बैंक तक सीसी सड़क कई जगह टूटने व मानक के अनुसार ना बनने पर प्रधान रीना गिहार के खिलाफ रिकबरी के आदेश दिये| जब जिलाधिकारी नें एक वर्ष पूर्व बनी सीसी सड़क का बजट बीडीओ राजेपुर श्रीप्रकाश उपाध्यय से पूंछा तो वह डीएम का बगलें झाँकने लगे| उन्होंने बीडीओ से सात दिन के भीतर स्पष्टीकरण तलब किया| डीएम को पूर्व माध्यमिक विद्यालय की फर्श टूटी व शौचालयों में गंदगी मिली| जिस पर उन्होंने नाराजगी जतायी|
ग्रामीणों पर बिजली बिल का 33 लाख बकाया
जिलाधिकारी नें बिजली विभाग के अफसरों से जब जनाकारी की तो उन्हें बताया गया कि गाँव में कुल 198 कनेक्शन हैं| जिसमे से 35 उपभोक्ताओं नें बिल का भुगतान किया है| जिस पर डीएम का पारा चढ़ गया उन्होनें एसडीएम बिजेंद्र कुमार को निर्दश दिये जो भी कटिया से बिजली जला रहें है उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाये|
जर्जर भवन का मलवा प्रधान जी नें कर दिया गायब!
ग्रामीण उमेश सिंह निवासी गांधी ने आरोप लगाया कि प्राथमिक विद्यालय के निकट जर्जर भवन था जो प्रधान ने तुड़वा कर ईट गायब कर दी| जिलाधिकारी ने जांच के आदेश दिये| डीपीआरओ अमित त्यागी को कड़ी फटकार लगायी|
गाँव के 90 शौचालयों में से 25 केबल कागजों में बनें
जिलाधिकारी की कार्यवाही जब आगे बढ़ी तो ग्रामीणों ने शिकायत करते हुए कहा कि कुल 90 शौचालय बनाये जाने की बात कही गयी जिसमे से 25 शौचालय आज तक बने ही नही| वित्तीय वर्ष 2019-20 में आवास गांव में नहीं बनाए गए| वहीं आधा दर्जन गांव के हेडपंप खराब होने पर जिलाधिकारी ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की|
जिलाधिकारी के सामने भिड़े प्रधान और कोटेदार समर्थक
डीएम की रात्रि चौपाल में ग्रामीण सनोज ने आरोप लगता कि कोटेदार ग्रामीण महिलाओं को राशन नहीं देते हैं और कार्ड फेंक देते हैं| जिसके बाद कोटेदार व प्रधान पक्ष के ग्रामीणों में डीएम के सामने ही नोकझोंक हो गयी| पुलिस ने मामला शांत किया|
दो हजार लेनें के बाद भी लेखपाल नें नही बनायी विरासत
ग्रामीण राजेश नें आरोप लगाया कि क्षेत्रीय लेखपाल प्रिंश नें दो वर्ष पूर्व दो हजार रूपये रिश्वत के लेकर अभी तक विरासत नही बनायी| जिस पर डीएम को पता चला कि लेखपाल पूर्व से ही निलंबित चल रहा है|
गुब्बारे फोड़ने को लेकर हुई मारपीट
जिलाधिकारी की चौपाल में गुब्बारे चौपाल स्थल और पांडाल में लगाये गये थे| जब चौपाल देर शाम खत्म हुई तो ग्रामीणों में गुब्बारा फोड़नें को लेकर हाथापाई भी हो गयी| विधायक सुशील शाक्य, जिला विकास अधिकारी दुर्गा दत्त शुक्ला, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० दलवीर सिंह, एडीओ पंचायत अजीत पाठक, थानाध्यक्ष देवेन्द्र गंगवार आदि रहे|