आजमगढ़:भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर मंगलवार को रोडवेज के समीप एक होटल में मीडिया से रू-ब-रू हुए। कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। लोकतांत्रिक व्यवस्था पूरी तरह बेपटरी हो गई है। आजमगढ़ में एक माह में दुष्कर्म सहित दलितों व गरीब तबके साथ 40 घटनाएं हुईं और पुलिस प्रशासन पूरी तरह मौन रहा। उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी सरकार एनकाउंटर के नाम अपने विरोधियों को पुलिस से मरवा रही है।आरोप लगाया कि तानाशाही से लोकतंत्र नहीं चलता है। मुख्यमंत्री अपने अधिकारियों व कर्मचारियों को ठीक करें। किसान आंदोलन पर कहा कि कोरोना का बहाना बनाकर सरकार ने सदन का सत्र बंद कर दिया है। किसानों की तीनों बिल वापस लेने की मांग जायज हैं। जबकि केंद्र सरकार के गृह मंत्री अमित शाह पश्चिम बंगाल में रैलियां कर रहे हैं।
इसके पूर्व भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर मंगलवार को कार्यकर्ता के साथ कलेक्ट्रेट में जिले में हो रही आपराधिक घटनाओं पर रोक लगाने सहित अन्य कई मुद्दों को लेकर जिलाधिकारी राजेश कुमार को ज्ञापन देने जा रहे थे। स्थानीय खुफिया इकाई के सूचना पर अलर्ट रही पुलिस ने जब कलेक्ट्रेट के पास लेगी बैरिकेडिंग पर रोका तो पुलिस कर्मियाें और भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई।
भीम आर्मी कार्यकर्तओं को आक्रोश में देख माहौल बिगड़ने की आशंका को देखते हुए प्रशासन व पुलिस के अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट के समीप डेरा डाल दिया। इस दौरान चंद्रशेखर अपने तेवर में दिखे, उन्होंने कहा सत्ता का नशा उतारूंगा। हालांकि, उसके बाद चंद्रशेखर कुछ लोगों के साथ डीएम से मिले और ज्ञापन सौंप कर वापस लौट गए। जबकि सुरक्षा कारणों से खुफिया इकाई भी अलर्ट हो गई है।