फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शहर का अतिक्रमण तोड़ना बिल्ली के गले में घंटी बांधने जैसा है| लिहाजा पढ़े लिखे हुक्मरान बिल्ली के गले में घंटी बांधना नही चाहते| जिसके चलते लगातार दूसरी बार बैठक निरस्त हुई और मेहमान लम्बे इंतजार के बाद फिर वापस लौट गये|
दरअसल लाल दरवाजे से मऊदरवाजा तक सड़क के दोनों तरफ बने ऊंचे-ऊंचे भवन अतिक्रमण की जद में हैं| जिसमे से कई रसूखदार लोगों के भी भवन पर लाल क्रास लगा दिया गया है| पहले चरण में लाल निशान लगाकर अतिक्रमण को चिन्हित किया गया जबकि दूसरे चरण में शहर के व्यापारियों के साथ बैठक कर आगे की रणनीति पर विचार होंना था| लेकिन बीते दिन भी बैठक निरस्त की गयी| जिसके बाद गुरुवार का समय सभी व्यापारियों को दिया गया| दोपहर लगभग डेढ़ बजे व्यापारी अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, संजीब मिश्रा बॉबी और इखलाख खान आदि थाना मऊदरवाजा बैठक में शिरकत करने पंहुचे| इसके साथ ही शहर कोतवाल वेदप्रकाश पाण्डेय और सीओ सिटी राजवीर सिंह भी आ गये| लेकिन नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य और पालिका ईओ रविन्द्र कुमार के ना पंहुचने से बैठक फिर निरस्त कर दी गयी| व्यापारी काफी देर इंतजार के बाद वापस लौट गये|
नगर मजिस्ट्रेट अशोक कुमार मौर्य नें बताया कि गुरुवार और बुधवार को बैठक आयोजित नही हो सकी| शनिवार को दोपहर में बैठक आहूत कर रणनीति बनायी जायेगी|