फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) भाजपा नेता द्वारा दर्ज कराये गये मुकदमें के बाद फरार हुए सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी 22 दिन बाद मीडिया के कैमरों के सामने आये| उन्होंने अपने द्वारा दिये गये वयान से किनारा कर लिया|
विदित है कि जिला जेल से रिहा होनें के बाद उसी शाम 4 नवंबर को सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी ने शमसाबाद के एक जनसभा की थी| जिसमे उन्होंने कहा था कि वह पुलिस को जूते की नोक पर रखते है| इस वयान के बाद ही दो दिन बाद पूर्व चेयरमैंन विजय गुप्ता नें सपा जिलाध्यक्ष के खिलाफ धारा 147, 149, 153 ए, 269, 270, 188, 504, 506, 341, 152, 124ए तथा 7 सीएलए एक्ट व 3 महामारी अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किए गया| उनके साथ में ही 18 नामजद और 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था|
मुकदमा दर्ज होनें के बाद सपा जिलाध्यक्ष भूमिगत हो गये थे| जिसके बाद उन्होंने हाईकोर्ट से राहत ले ली| भूमिगत होनें के 22 दिन बाद उन्होंने आवास-विकास स्थित सपा के जिला कार्यालय पर मीडिया से वार्ता की| लेकिन उन्होंने किसी बात का सीधे-सीधे उत्तर नही दिया| दरअसल उन्होंने पुलिस के खिलाफ दिये गये वयान को लेकर चुप्पी साध ली| उन्होंने कहा कि उनके द्वारा दिये गये वयान का मामला कोर्ट में पंहुच गया है| अब उस मामले में वह कुछ नही नही बोलेंगे|
इसके साथ ही उन्होंने एमएलसी चुनाव में भी पार्टी के प्रत्याशी असीम यादव को लेकर भी तैयारी पर चर्चा की| उन्होंने कहा कि उनके प्रत्याशी को समर्थन मिल रहा है|
निवर्तमान महानगर अध्यक्ष विजय यादव, पूर्व सयुस राष्ट्रीय सचिव विवेक यादव, अल्पसंख्यक मोर्च के पूर्व प्रदेश सचिव सरदार तोषित प्रीत सिंह, निवर्तमान सयुस जिलाध्यक्ष जितेन्द्र यादव, वरिष्ठ सपा नेता महेंद्र सिंह कटियार, बंटी यादव, शशांक सक्सेना आदि रहे|