फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सरकार द्वारा बैंड-बाजा बारात में बजाने की पाबंदी से आयोजकों का मजा तो फीका हुआ ही साथ ही बजाने वालों का भी बैंड बज गया| लाखों के कारोबार ठप्प हो गया| अब वर और बधू पक्ष के लोगों को डीजे और बैंड पर नही बल्कि जरनेटर की आवाज पर ही डांस करना होगा|
वर और वधू पक्ष की ओर से प्रदेश में शादी-समारोहों पर फिर पाबंदी जारी होने के बाद अब मात्र 100 लोग ही शामिल हो सकेंगे। आज से शुरू हो रहे शादियों के सीजन के लिए ज्यादातर वर और वधू पक्ष ने अलग-अलग 300 से 500 कार्ड बांट दिए हैं। अब उनके सामने चुनौती है कि कार्ड बंटने के बाद किसे बुलाएं और किसे मना किया जाए। आज 25 नवंंबर को जिनके यहां शादी है, उनकी चिंता ये है कि वो शादी की तैयारी करें या मेहमानों को फोन कर शादी में न आने के लिए सूचित करें। 30 नवंबर को शादी का दूसरा बड़ा मुहुर्त है, इन शादियों के लिए भी कार्ड बंटने शुरू हो चुके हैं। अब यहां कार्ड रोक कर दूसरे विकल्प तलाशे जा रहे हैं।
कोरोना संक्रमण के बीच इस साल विवाह के मात्र आठ शुभ मुहूर्त हैं। सनातन धर्म में शुभ मुहूर्त का होना बेहद जरूरी होता है। मुहूर्त, नक्षत्र को देखकर ही शादी विवाह तय किया जाता है।। देवोत्थान एकादशी। इस अबूझ संज्ञक मुहूर्त में आज होने के कारण मंडप और घरों में तैयारियां चलती रहीं। विकल्प के तौर पर शादियों में अलग-अलग आयोजनों के लिए भी लोगों को अलग समय से बुलाने की तैयारियां कर रहे हैं। मेंहदी की रस्म में यार दोस्त, सात फेरों के समय घर के लोग, आफिस के लोग भोजन के समय ही बुलाने की चर्चाएं घरों में हो रही हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के दूसरे दौर में शादियों में भारी जुटान होने की उम्मीद पर प्रशासनिक सख्ती की जानी तय है। चिंता यह भी है कि किसी शादी में काेरोना संक्रमण का मामला सामने आया तो कम से कम सौ लोगों को क्वारंटाइन हाेना पड़ेगा।
मेहमानों की संख्या के अलावा ये भी हैं प्रतिबंध
सरकार की ओर से जारी गाइडलाइन के अनुसार विवाह समारोह में बैंड-बाजा और डीजे बजाने पर तो प्रतिबंध है ही साथ ही बीमार, बुजुर्ग और गर्भवतियों को सामूहिक समारोह से दूर रखने की सलाह दी जा रही है| शादी समारोह की अनुमति के लिए थाना स्तर से ही पुलिस कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराएगी। वहींं कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध धारा 144 और 188 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
युवाओं की बढ़ी पूछ
कोरोना संक्रमण काल में आनलाइन वेबिनार और फेसबुक लाइव सहित इंटरनेट मीडिया के प्रयोग करने वाले अब कार्ड पर आधुनिक प्रयोग करने की गुंंजाइश तलाश रहे हैं। कुछ लोग कार्ड पर वेबिनार जॉइन करने का लिंक भी साझा कर कोरोना की चेन तोड़ने के लिए प्रतिबद्ध नजर आ रहे हैं। ऐसे लोगों के अनुसार आयोजन को फेसबुक लाइव किया जाएगा जिससे घर परिवार के लोग भी आनलाइन जुट सकेंगे। जबकि नेग के लिए बैंक एकाउंट, पेटीएम, गूगल पे सहित आनलाइन तोहफे भेजने की चर्चा अमूमन हर घर में चल रही है।