फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो)छह लोक आस्था का महापर्व छठ के तीसरे दिन शुक्रवार शाम को शहर में अधिकांश श्रद्धालुओं ने घरों और सार्वजनिक स्थलों पर अस्ताचलगामी सूर्य देव को अर्घ्य दिया। छठ मैया से संतान की रक्षा और परिवार की सुख समृद्धि की कामना की। वहीं, शनिवार सुबह बजकर 48 मिनट पर उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ ही सूर्योपासना के इस महापर्व का संपन्न होगा।
शहर के पांचाल घाट पर सुबह चार बजे से ही उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देंने के लिए व्रतियों की भीड़ एकत्रित हो गयी| कई व्रतियों ने अपने घरों में ही अर्ध्य अर्पण कर पूजा की। घाटों में छठ महापर्व के मद्देनजर सुरक्षा के पुख्ता इंतजामात रहें। सीडीओ डॉ० राजेन्द्र पैंसिया, जिला विकास अधिकारी दुर्गादत्त शुक्ला, एसडीएम सदर अनिल कुमार, बीडीओ श्रीप्रकाश उपाध्याय आदि अफसर भी गंगा घाट पर पंहुचे और परिजनों सहित पूजा अर्चना में शामिल हुए| सीडीओ आदि अधिकारियों नें भी अर्ध्य अर्पण कर क्षेत्र के सुख स्मृद्धि की कामना की हैं। वहीं कुछ लोग अपने घरों में बने कृत्रिम तालाब में परिवार के साथ प्रार्थना करते नजर आए। लोक आस्था के महापर्व छठ पर भगवान भास्कर की उपासना के लिए आम लोगों के साथ-साथ खास लोग भी शामिल रहे।
उगते सूर्य को अर्घ्य देकर शनिवार को छठ पूजा संपन्न हो गई है। छठ पूजा मनाने वाले व्रतियों ने 36 घंटे का निर्जला व्रत रखकर कड़ी साधना करके सूर्य से अपनी कृपा बनाए रखने की प्रार्थना की। चार दिवसीय छठ पूजा के समापन के दिन नदी घाटों पर महिलाओं ने पारंपरिक तरीके से पूजा अर्चना की। इस दौरान लोग कोविड-19 के दिशानिर्देशों को पालन करते हुए नजर आए।
सब ने मांगा, जल्द से जल्द महामारी से मिले मुक्ति
भगवान भास्कर की आराधना के दौरान सभी लोगों ने कोरोना महामारी के जल्द से जल्द खत्म होने के लिए प्रार्थना की। आम से लेकर खास तक ने देश-समाज व दुनिया और मानवता पर छाये हुए इस संकट को जल्द खत्म करने की मन्नतें मांगी। लोगों का दृढ़ विश्वास है कि अगले वर्ष यह महापर्व पाबंदियों के बीच नहीं बल्कि निर्भय वातावरण में मनाया जाएगा।