फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) दो-दो मुकदमें लिखने के बाद भूमिगत चल रहे सपा जिलाध्यक्ष की तलाश में लगी पुलिस सपाईयों का उत्पीड़न करने का आरोप सपा के पूर्व जनप्रतिनिधियों नें लगाया है| डीएम से भेट कर वार्ता की और पुलिस का उत्पीड़न खत्म कराने की मांग की|
दरअसल सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी पर दो मुकदमें दर्ज हो चुके है| एक में वह तीन दिन जेल में रहने के बाद जमानत पर बाहर आये थे| उसी दिन उन्होंने जनसभा में सीएम योगी और पुलिस को पानी पी-पी कर भला बुरा कहा| जिसके बाद पुलिस नें शमसाबाद के पूर्व चेयरमैंन विजय गुप्ता की तहरीर पर एक और मुकदमा दर्ज कर लिया| जिसके बाद सपा जिलाध्यक्ष भूमिगत परिवार सहित हो गये हैं|
सपा जिलाध्यक्ष के भूमिगत होनें से पुलिस अभी तक आरोपी सपा जिलाध्यक्ष को नही पकड़ पायी| लेकिन पुलिस उनकी तलाश में ताबड़तोड़ दबिशें मार रही है| जिसमे सपा नेताओं को भी पुलिस पूंछतांछ के लिए उठा रही है| जिससे सपाईयों में भय व्याप्त है| पुलिस की कार्यशैली से खफा सपा के पूर्व मंत्री नरेंद्र सिंह यादव, सतीश दीक्षित, पूर्व विधायक भोजपुर जमालुद्दीन सिद्दीकी, पूर्व कायमगंज विधायक अजीत कठेरिया, युवा सपा नेता सचिन सिंह यादव (लव) व पूर्व जिला महासचिव मंदीप यादव (एडवोकेट) आदि जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह नें मिले और उन्हें समस्या से अवगत कराया| पूर्व जनप्रतिनिधियों के प्रतिनिधि मंडल नें डीएम से कहा कि जिला ध्यक्ष नदीम अहमद फारुकी के विरुद्ध पंजीकृत मुकदमा में की जा रही पुलिस प्रशासन द्वारा की कार्यवाही तथा अज्ञात आरोपियों के नाम पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं से स्थानीय पुलिस द्वारा पूछताछ के नाम पर उत्पीड़न और दी जा रही दविशों से कार्यकर्ताओं में भय का माहौल व्याप्त है। उन्होंने अनावश्यक रूप से कार्यकर्ताओं के उत्पीड़न तथा राजनीति से प्रेरित होकर की जा रही कार्यवाही को तत्काल प्रभाव से रोकने की मांग की।