फर्रुखाबाद:(राजेपुर प्रतिनिधि) बीते तकरीबन एक महीने से जनपद में ही नही आस-पास के जनपदों में चर्चा विषय बना ग्राम तुसौर में लगा हैंडपंप नें प्रशासन की नाक में दम कर दिया| दो-चार लोगों से शुरू हुई भीड़ दो-चार हजार तक पंहुच गयी| जिसके बाद आखिर एसडीएम को मौके पर जाकर हैंडपंप का हत्था निकलवाना पड़ा|
दरअसल तुसौर प्रधान नें सुमन देवी के द्वारा जून में सड़क किनारे सरकारी भूमि पर एक हैंडपंप लगवाया था| देखते ही देखते अफवाह तेज हुई कि हैंडपंप का पानी पीने से पथरी, बुखार, दर्द, खुजली ठीक हो रही है| कुछ लोगों नें कुछ असाध्य बीमारियों के आराम मिलने का दावा भी किया| जेएनआई नें इस अफवाह का खंडन करते हुए बीते 24 सितम्बर को एक समाचार प्रकाशित किया था| जिसमे नल के पानी से ठीक होनें वाले मामले को छापा गया था| उस दिन एसडीएम अमृतपुर से वार्ता की गयी तो उन्होंने साफ कह दिया कि किसी को पानी पीने से नही रोंका जा सकता| लोगो की आस्था है|
जिसके बाद भीड़ लगातार बढती रही| बुधवार को हालत यह हो गये की संख्या सैकड़ों में नही हजारों में हो गयी| इटावा-बरेली हाई-वे पर जाम लग गया| लोग रोडबेज और निजीवाहन से पंहुचे| जिसके बाद आखिर एसडीएम बिजेंद्र कुमार थानाध्यक्ष जयंती प्रसाद गंगवार के साथ मौके पर पंहुचे| पुलिस नें लाठी पटक कर भीड़ को खदेड़ दिया| इसके बाद एसडीएम नें हैण्डपंप का हत्था खुलवाकर प्रधान के सुपुर्द कर दिया|
हैंडपम्प के पानी के लिए गये तीन सैंपल
एडीओ पंचायत अजीत पाठक नें बताया कि जल निगम को बुलाकर हैंडपंप के पानी के सैम्पल लिए गये है| सैम्पल जाँच के लिए भेजे गये है| जाँच के बाद पता चला पानी में कौन से तत्व है|