लखनऊ: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते प्रसार ने त्यौहारों का रंग फीका कर दिया है। सरकार भी त्यौहारों पर उमडऩे वाली भीड़ को लेकर फूंक-फूंककर कदम रख रही है।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने इस बार दुर्गा पूजा को लेकर बड़ा फैसला किया है। सरकार का निर्णय है कि इस बार न तो पूजा के पंडाल सजेेंगे और न ही कहीं पर भी मेला लगेगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना के खतरे को देखते हुए राज्य में दुर्गा पूजा के सार्वजनिक आयोजन पर रोक रहेगी। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि दुर्गा पूजा का आयोजन भी सार्वजनिक नहीं होगा बल्कि लोग अपने घरों में दुर्गा प्रतिमाएं स्थापित कर पूजन-अर्चन कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि कोई भी सार्वजनिक आयोजन सड़कों या पांडालों में नहीं होगा। इस अवसर पर लोग अपने घरों में दुर्गा प्रतिमा की स्थापना कर सकते हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी से अपील की है कि इस बार मां दुर्गा को अपने-अपने घर में स्थापित करें।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दशहरा पर रामलीलाओं के मंचन की पम्परा नहीं टूटेगी। उन्होंने कहा दुर्गा पूजा में होने वाले रामलीला का मंचन कुछ शर्तों और कोरोना गाइडलाइंस के अनुरूप होगा। इस दौरान रामलीला के मंचन के दौरान वहां पर सौ से अधिक दर्शक नहीं होंगे।
इसके साथ ही कोविड-19 के संक्रमण के मद्देनजर रामलीला कमेटियों को फिजिकल डिस्टेसिंग का पालन सख्ती से करना होगा। इस दौरान हर जगह पर सैनेटाइजेशन, मास्क और हाथ धोने के निर्देशों का सख्ती से अनुपालन होगा। न तो कोई जुलूस नहीं निकाला जाएगा और न ही कोई मेला लगेगा।