फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) इन दिनों सरकार और शासन के निर्देश पर जिले भर में बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है| यह अभियान अधिकतर जगह तब चलता है जब उपभोक्ता कटिया डालकर नींद के आगोश में होतें है| सुबह तड़के टीम छापा डालती है और उसके बाद पकड़े गये लोगों से धन उगाही का खेल शुरू होता है| मौके पर कुछ पकड़े जा रहे और सरकारी कागजों में आंकड़े कुछ के दिखाये जा रहे| मौके पर पकड़े गये कुल उपभोक्ताओं की संख्या साहब के कार्यालय आते-आते कम हो जा रही है| जिससे सिस्टम को पलीता तो लग रहा ही सरकार और शासन की भी किरकिरी हो रही है|
दरअसल ताजा मामला शहर के गंगानगर कालोनी का है| जहाँ पर बीते 21 सितम्बर को बिजली चेकिंग की टीम नें आधा दर्जन लोगों के घर से बिजली चोरी को पकड़ा| जिससे कुछ देर के लिए हड़कंप मच गया| साहब पकड़ कर चले गये| लेकिन साहब के कुछ विभागीय सिपहसलार मौके पर ही अपनी खिचड़ी पकाने लगे| बाद में पता चला की एफआईआर केबल दो उपभोक्ताओं के खिलाफ दर्ज हुई है| मजे की बात है कि फिर बाकी चार की मौके से बनायी गयी विधुत चोरी की वीडियो के साथ ही उनका नाम पता सब को भी गायब कर दिया गया| केबल दो के खिलाफ ही तहरीर विधुत चोरी निरोधक दस्ते के प्रभारी निरीक्षक को दी गयी|
हो सकता है विभाग कह दें अभियान से वापस आते हुए कार पलट गयी और चोरी कर रहे उपभोक्ताओं के नाम फाइल से निकल कार की खिड़की से कूदकर फरार हो गये! सूत्र की माने तो बिजली विभाग नें मौके से गंगानगर निवासी ओमकार, कल्लू, बबलू , पप्पू , सोनू व फूल के घर बिजली चोरी पकड़ी| बाद में फूल और सोनू के खिलाफ कार्यवाही कर दी गयी| लेकिन बांकी चार चोरी करने वाले उपभोक्ताओं को बिजली विभाग नें कार्यवाही का करंट नही मारा| जिसकी चर्चा का बाजार गर्म है| लेकिन देश के कानून में यदि सभी नें समान अपराध किया है तो उन्हें सजा भी समान ही होनी चाहिए| लेकिन खेल तो हुआ है यह जाँच का विषय है| जाँच कितनी ईमानदारी से होती है यह भी भगवान ही जाने!
एक्सईएन शहरी आरबी यादव नें बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नही है| मामले की जानकारी की जायेगी| यदि मामला सत्य पाया गया तो दोषी के खिलाफ कार्यवाही होगी|