लखनऊ: कोरोना वायरस के संक्रमण के दौर में भी बुलंदशहर में दो साधुओं की नृशंस हत्या पर प्रदेश में राजनीति तेज हो गई है। समाजवादी पार्टी के साथ ही कांग्रेस ने बुलंदशहर में डबल मर्डर (दो साधुओं की हत्या) के मामले में प्रदेश सरकार को कठघरे में खड़ा किया है।
बुलंदशहर के अनूपशहर के पगौना गांव में शिव मंदिर में सो रहे सो साधुओं की सोमवार रात गला काटकर हत्या कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि दो साधुओं की धारदार हथियार से हत्या की गई है। इस मामले का एक आरोपी गिरफ्तार किया गया है। मंदिर परिसर में सो रहे दो साधुओं की नृशंस हत्या के बारे में आरोपी ने बताया कि भांग के नशे में दोहरी हत्या को अंजाम दिया है।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ ही कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव तथा उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार पर हमला बोला है।साधुओं की हत्या निंदनीय व दुखद
दो साधुओं की हत्या के मामले में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने लॉकडाउन में भी प्रदेश की खराब कानून-व्यवस्था पर उंगली उठाई है। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के संकट काल में भी उत्तर प्रदेश में अपराध चरम पर हैं। योगी आदित्यनाथ सरकार हर मोर्चे पर विफल है।
बुलंदशहर में मंदिर परिसर में दो साधुओं की नृशंस हत्या अति निंदनीय व दुखद है। इस प्रकार की हत्याओं का राजनीतिकरण न करके, इनके पीछे की हिंसक मनोवृत्ति के मूल कारण या आपराधिक कारण की गहरी तलाश करने की आवश्यकता होती है। इसी आधार पर समय रहते न्यायोचित कार्रवाई करनी चाहिए।
प्रियंका गांधी ने साधा निशाना
कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि प्रदेश में लॉकडाउन में भी अप्रैल माह के शुरू के 15 दिन में ही सौ लोगों की हत्या कर दी गई। उन्होंने एटा में हुए पचौरी परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि तीन दिन पहले एटा में पचौरी परिवार के पांच लोगों के शव संदिग्ध परिस्थितियों में पाए गए।
कोई नहीं जानता उनके साथ क्या हुआ। आज बुलंदशहर में एक मंदिर में सो रहे दो साधुओं को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जांच होनी चाहिए और इस समय किसी को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। निष्पक्ष जांच करके पूरा सच प्रदेश के समक्ष लाना चाहिए। यह सरकार की जिम्मेदारी है।