लखनऊ: उत्तर प्रदेश की प्रमुख औद्योगिक नगरी कानपुर भी बुरी तरह से कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में है। कानपुर में ब्रश कारोबारी के पिता की मौत के बाद आई कोरोना वायरस सैंपल रिपोर्ट बेहद डरावनी है।
प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से अब तक 22 लोगों की मौत हो गई है। इनमें से पांच की रिपोर्ट मृत्यु के बाद मिली है। प्रदेश में अब तक आगरा में सर्वाधिक छह, मुरादाबाद में चार, मेरठ व कानपुर में तीन-तीन तथा लखनऊ, वाराणसी, बस्ती, अलीगढ़ बुलंदशहर व फिरोजाबाद में एक-एक ने दम तोड़ा है।
पहले घाट पर लिया सैंपल
स्वास्थ्व विभाग की टीम ने एक बुजुर्ग की मौत के बाद घाट पर जाकर सैंपल लिया था, गुरुवार को रिपोर्ट में उनकी कोरोना वायरस संक्रमण की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। अब उनके घर के लोगों के साथ ही नाते-रिश्तेदार काफी दहशत में हैं। कानपुर में कुली बाजार के एक कोरोना पॉजिटिव ब्रश कारोबारी के दिवंगत पिता भी कोरोना पॉजिटिव निकले हैं। कुली बाजार निवासी 72 वर्षीय बुजुर्ग की मौत के बाद मेडिकल टीम ने घाट पर जाकर उनके थ्रोट और नेजल स्वाब का नमूना लिया था। कानपुर में कोरोना वायरस के संक्रमण से यह अब तक तीसरी मौत है। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) से बुधवार देर रात आई 135 जांच रिपोर्ट में आठ पॉजिटिव पाए गए हैं जबकि 127 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 91 हो गई है।
कुली बाजार के कोरोना पॉजिटिव ब्रश कारोबारी के पिता की तबीयत सोमवार रात अचानक तबीयत खराब हो गई। घर के लोग उन्हें लेकर उर्सला शहर के अस्पताल पहुंचे तो उनकी मौत हो चुकी थी। वहां के डॉक्टर्स ने बगैर किसी जांच के शव को स्वजनों को सौंप दिया। जब मंगवार सुबह स्वजन दाह संस्कार करने भैरव घाट पहुंचे तो नगर निगम के कर्मचारियों ने सतर्कता बरती और सूचना स्वास्थ्य विभाग को दी। उसके बाद जिलाधिकारी के हस्तक्षेप पर मेडिकल टीम उनका नमूना लेने के लिए घाट पहुंची थी। ब्रश कारोबारी के पिता के अलावा उनके एक और 32 वर्षीय स्वजन संक्रमित हैं। कानपुर में इसके अलावा कर्नलगंज क्षेत्र के छह छह लोग भी कोरोना संक्रमित हैं। इसमें 60 वर्षीय, 55 वर्षीय, 50 वर्षीय, 45 वर्षीय, 36 वर्षीय और 32 वर्षीय युवक हैं।
अलीगढ़ में संक्रमित को हुई सांस लेने में दिक्कत
अलीगढ़ में सोमवार को कोरोन वायरस के दो पॉजिटिव मरीज मिले थे। इनमेें से एक देहलीगेट थाना क्षेत्र के मोहल्ला उस्मानपाड़ा का है। गंभीर हालत के चलते इसे जेएन मेडिकल कॉलेज में वेंटीलेटर पर रखा गया। इसकी तबीयत कई दिनों से खराब थी। रविवार को सांस में तकलीफ होने पर जेएन मेडिकल कॉलेज पहुंचा था। मंगलवार दोपहर बाद मौत हो गई। यह अलीगढ़ मंडल का पहला मरीज है, जिसकी मौत हुई है। जिला प्रशासन को सूचित किए बगैर इसे भर्ती किया गया था। इस दौरान इसकी अन्य जांच के साथ कोविड-19 की जांच भी की गई। सोमवार को रिपोर्ट आई तो प्रशासन को सूचना दी गई।