फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) बीती रात कबाड़े की दुकान में भीषण आग लग गयी| आग इतनी भीषण थी कि उसे बुझाते-बुझाते दमकल भी पानी मांग गयी| 11 घंटे बाद भी तीन जिले की दमकल आग को ठंडा नही कर पाये| खबर लिखे जाने तक सुबह आठ बजे तक आग बुझ नही सकी|
कोतवाली फतेहगढ़ क्षेत्र के मसेनी चौराहे के निकट इटावा-बरेली हाई-वे पर शहर कोतवाली क्षेत्र के गढ़ी कोहना निवासी बॉबी मिश्रा की कबाड़े की दुकान है| सड़क के दोनों तरफ कबाड़ा ही कबाड़ा नजर आता है| बीती देर रात दुकान में अचानक आग लग गयी| जिस समय आग लगी उस समय दुकान का कर्मचारी अमर सिंह निवासी दीनदयाल बाग़ सो रहा था|
अचानक तेज लपटे देख हडकंप मच गया | देखते ही देखते आग इतनी भीषण हो गयी कि उसके निकट पंहुचना भी मुश्किल हो रहा था| सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस के साथ ही दमकल की दो गाड़ी पुलिस लाइन से मौके पर आ गयी| लेकिन आग को ठंडा करने में कामयाब नही हो सकी|
जिसके बाद कन्नौज के छिबरामऊ और मैनपुरी के बेबर से एक-एक गाड़ी दमकल की बुलाई गयी| कायमगंज से भी एक गाड़ी दमकल की आ गयी| कुल मिलाकर पांच गाड़ी मिलकर आग बुझाने में लगी रहीं लेकिन आग में पानी घी का काम करता दिखा| सुबह 8 बजे तक दमकल आग पूरी तरह से बुझाने में कामयाब नही हो पायी थी| लाखों का कबाड़ा जलकर राख हो गया| कबाड़े के बीच रखा खाना बनाने का सिलेंडर भी फटा जिसने बारूद का काम किया| जिससे कबाड़े की दो मंजिल बिल्डिंग आधी पीछे से गिर गयी|
अबैध रूप से बिक्री हो रहा था कबाड़ा
बीते 18 साल से हाई के किनारे इतनी बढ़ी मात्रा में कबाड़ा अबैध रूप से एकत्रित कर बिक्री किया जा रहा था| लेकिन किसी भी जिम्मेदार की आज तक इस पर नजर नही पड़ी| प्रशासन की अनदेखी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकती थी|
कबाड़ नही बारूद के ढेर पर खोल रखी थी दुकान
जिस तरह से बड़ी मात्रा में कबाड़ा एकत्रित किया गया था लेकिन किसी आने वाले खतरे को लेकर सुरक्षा इंतजाम नही किये गये थे| आग बुझाने वाले सिलेंडर से लेकर पानी या बालू का भी पहले से कोई इंतजाम नही किया गया था| यदि पहले से आग बुझाने की व्यवस्था होती तो आग लगते ही काबू पा लिया जाता| कर्मचारी अमर सिंह ने बताया कि जिस समय आग लगी वह बाल्टी से पानी भरकर आग बुझाने का प्रयास करता रहा| यदि समर आदि होती तो आग बुझा ली जाती|
रात भर डर और घुटन से सो नही सके लोग
रात लगभग 11 बजे कबाड़ा दुकान में आग लगी| जिससे उसके आस-पास रह रहे लोगों की साँस भीषण आग देखकर फूल गयी| रात भर डर और धुँआ की घुटन से लोग सो नही सके|