फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि) जिले में लॉक डाउन के चलते सरकार के आदेश पर पूरी तरह से तम्बाकू-गुटखा की बिक्री पर रोंक लगा दी गयी है| लेकिन नगर में रोंक केबल कागजों में ही है| हकीकत में तम्बाकू और गुटखा के थोक व्यापारी बड़े पैमाने पर जिला प्रशासन और सरकार की आँखों में धूल झोककर थोक बिक्री औने-पौने दामों पर कर रहे है|
नगर के जब से सरकार ने तम्बाकूं व गुटखे की बिक्री पर रोंक लगा दी है| तभी से गुटखा व तम्बाकू की बिक्री करने वालों ने कालाबाजारी का काला कारोबार शुरू कर दिया है| सुबह सूरज में तेजी आने से पहले-पहले लाखों रूपये की तम्बाकू बिक्री कर अपने-अपने ठिकानो पर भेज दी जा रही है| मजे की बात यह है कि अब दाम के दाम नही बल्कि दोगुने से भी जादा में थोक की बिक्री हो रही है| नाम ना छापने की शर्त पर एक गुटखा खरीदने वाले दुकानदार ने बताया कि सामान्य दिनों में गुटखा की 100 पैकेट की झाल 16800 रूपये की बिक्री होती थी| लेकिन अब पाबंदी में थोक विक्रेता उसे 28 से 30 हजार में बिक्री कर रहे है| उसके बाद फुटकर बिक्रेता 5 रूपये में मिलने वाला पैकेट 10 एक और 15 के दो के हिसाब से बिक्री कर रहे है| इसके साथ ही तम्बाकू की भी थोक में दोगुने से भी जादा में बिक्री है|
सुबह का सूरज निकलने से पहले ही लाखों की बिक रही तम्बाकू
शहर के रेलवे रोड स्थित महादेवी वर्मा की मूर्ति के निकट, असगर रोड और सेनापति मोहल्ले को जाने वाली गली के नुक्कड़ पर सुबह तम्बाकू और गुटखे की बिक्री लोगों के विस्तर से उठने से पहले ही हो जाती है| सूत्र बताते है कि बीते दिन तड़के ही एक गाड़ी तम्बाकू से भरी हुई उतारी गयी|
सीओ सिटी मन्नी लाल गौड़ ने बताया कि उन्हें इस सम्बन्ध में जानकारी नही थी| जाँच कराकर कार्यवाही की जायेगी|