फर्रुखाबाद:(कायमगंज) शराब उत्पादन के अवैध कारोबार क्षेत्र में अपनी जड़ जमाता जा रहा है। जगह-जगह कुटीर उद्योग की तरह कच्ची शराब बनाने और बेचने का धंधा फलफूल रहा है। इसकी रोकथाम के लिए आबकारी विभाग और पुलिस की कार्रवाई केवल कागजों तक ही सीमित रह जाती है। पूरी रात कच्ची दारू उगलने वाली भट्ठियां धधकती नजर आती हैं। रात भर का समय गुजरने के बाद एक-दो लीटर नहीं, बल्कि सैकड़ों लीटर कच्ची शराब तैयार हो जाती है। तैयार हो चुकी कच्ची दारू की बिक्री अपने तय स्थान और समय पर होती है। उत्पादन के बाद झुग्गी-झोपड़ियों पर कच्ची शराब की बिक्री आम बात है। जिले में लॉक डाउन के बीच शराब की दुकानों को पूरी तरह से बंद करा दिया है| लेकिन उसके बाद भी पुलिस की नाक के नीचे कच्ची शराब का काला कारोबार तेज है| लगातार भट्टीयों में आग धधक रही है| लेकिन पुलिस को कुछ पता ही नही| आबकारी टीम ने दबिश देकर भारी मात्रा में लहन और कच्ची शराब बरामद की|
गुरुवार को एसडीएम अमित आसेरी के निर्देश पर आबकारी निरीक्षक शरद कुमार कायमगंज ने कोतवाली के दारोगा विनीत कुमार आदि के साथ मापुर गिहार बस्ती में दबिश दी| जिसमे उन्हें 1200 किलो लहन और 10 लीटर कच्ची शराब बरामद हुई| गेंहू के खेत में और बाग़ में जमीन के नीचे दबी लहन को खोदकर निकाला गया| लहन को नष्ट कर दिया गया और शराब जप्त कर ली गयी| गुड्डू पुत्र कन्नौजी लाल को कच्ची शराब में गिरफ्तार कर लिया| उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है|