फर्रुखाबाद:(कमालगंज) जिला इस समय कोरोना वायरस के संक्रमण से खुद को बचाने की जद्दोजहद में लगा है| जिला प्रशासन का प्रयास फिलहाल सफल भी रहा है की अभी तक जिले में कोई भी कोरोना वायरस की चपेट में नही आया है| लेकिन दूसरे प्रदेशों से आये लोगों (परदेशी बाबू) के अपने-अपने घर लौटने से कोरोना का खतरा बढ़ गया है| लेकिन जब प्रदेश सरकार के निर्देश पर गाँव-गाँव बनाये गये क्वारंटाइन कक्ष में ना रहकर गाँवो के भीतर फर्राटा भर जिला प्रशासन के साथ आईस-पाइस खेल रहे है| इसे यदि ध्यान ना दिया गया तो परदेशी बाबू जिला प्रशासन की व्यवस्था को पलीता लगा देंगे| इसमे प्रतिएक गाँव और प्रतिएक परिवार को आगे आकर जिला प्रशासन और देश का सहयोग करना चाहिए|
दरअसल शासन की मंशा के तहत जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह व सीडीओ डॉ० राजेन्द्र पैंसिया ने आदेश जारी कर गांवों में बाहर हर ग्राम पंचायत में क्वारंटाइन कक्ष तैयार कराये गये| अधिकतर परिषदीय विद्यालयों में क्वारंटाइन कक्ष बनाकर व्यवस्था की गयी| जिसमे बाहर से आये लोगों को विशेष निगरानी में रखा जायेगा|
लेकिन जब जेएनआई टीम ने बनाये गये क्वारंटाइन कक्षों का निरीक्षण किया तो विकास खंड निनौरा श्रंखलापुर की फोटो जो आप देख रहे है यह कहने के लिए काफी है की परदेशी बाबू क्वारंटाइन कक्ष में रहने को अधिकतर जगह तैयार नही है| इसके साथ ही गाँव गौसपुर, ईसापुर आदि गांवों में भी हालत एक सी ही मिली| सरकार के सभी प्रयास असफल करने का प्रयास बाहर से आये लोग कर रहे है| निनौरा श्रंखलापुर के प्रधान दिलशाद खां ने बताया की गाँव में लगभग 150 लोग बाहर से आये है लेकिन कोई भी यहाँ आने को तैयार नही| परदेशी बाबू आराम से गाँव में घूमकर सरकार की व्यवस्था का मजाक बना रहे है|
खंड विकास अधिकारी राजेश बघेल ने बताया कि व्यवस्था पूरी तरह करा दी गयी है| लेकिन उसमे रखे गये लोग रुक नही रहे है| लोग घरों की तरफ भाग रहे है| लेकिन उन्हें यह नही मालूम की यदि उन्हें संक्रमण हुआ तो उनका परिवार भी चपेट में आयेगा| उन्हें रूककर व्यवस्था में सहयोग करना चाहिए|
मुख्य विकास अधिकारी डॉ० राजेन्द्र पैंसिया नें जेएनआई को बताया कि व्यवस्था करायी जा रही है| कल ही व्यवस्था हुई है| बाहर से आये लोगों को रोंकने की भी व्यवस्था मजबूती से करायी जायेगी| यदि रोंकने के बाद भी लोग नही ठहरे तो कार्यवाही अमल में लायी जायेगी|