फर्रुखाबाद:(मोहम्मदाबाद) जिलाधिकारी द्वारा माता-पिता एवं वरिष्ठ नागरिकों का भरण-पोषण एवं कल्याण नियमावली 2014 के नियम 24 के तहत जनपद में किये जाने वाले कार्यों को सरलता करने के लिए एक अनुश्रवण समिति का गठन किया था| जिसके नामित सदस्य डॉ० दीपक द्विवेदी ने जब वृद्धाश्रम का निरीक्षण किया तो पैरो तले जमीन खिसक गयी| वहां वृद्धजनों को एक्सपायर दवा का सेवन होते पाया गया|
शुक्रवार दोपहर अलाबलपुर स्थित वृद्धाश्रम में समिति के सदस्य डॉ० दीपक द्विवेदी एडवोकेट अचानक निरीक्षण करने पंहुचे| उन्होंने सबसे पहले जाकर वृद्धजनों से वार्ता कर उनके हालचाल लिए| जंहा उन्हें वृद्धजनों के कमरे कोरोना वायरस के चलते सेनेटाइजेशन नही किया गया था| ना ही सेनेटाइजर की व्यवस्था मिली| जिस पर उन्होंने नाराजगी व्यक्त की|
इसी दौरान उन्होंने भोजनालय देखा जंहा भोजन की गुणवत्ता से समिति के सदस्य संतुष्ट दिखे| उन्होंने वृद्धजनों के कमरों से पेशाब घर दूर होनें पर उन्हें करीब बनाये जाने के निर्देश दिये| सीसी टीवी कैमरों के बंद होंने पर उन्हें चालू कराये जाने को कहा| कार्यालय में रखी दवाओं को उन्होंने चेक किया | तो खांसी की दवा फरवरी में एक्सपायर हो गयी थी| जिसे वृद्धजनों को दिया जा रहा था| मौके पर मौजूद जेएनएम निर्दोष नें कोई जबाब नही दे पाया|
चिकित्सक की तैनाती लेकिन आज तक नही आये
वृद्धाश्रम के अधीक्षक मयंक सिंह से चिकित्सक के बारे में जानकारी ली गयी तो समिति के सदस्य को बताया कि यंहा डॉ० सीपी सिंह की तैनाती है| पता चला जबसे वृद्धाश्रम सिफ्ट हुआ है तब से चिकित्सक आये ही नही| जिस कड़ी नाराजगी व्यक्त की| कुछ कर्मचारी भी कम मिले|समिति के सदस्य डॉ० दीपक द्विवेदी नें बताया कि निरीक्षण में जो खामियां मिली है उनकी रिपोर्ट बनाकर जिलाधिकारी के माध्यम से कल्याण निर्देशालय को भेजी जायेगी|