फर्रुखाबाद: आज 14 फरवरी है और दुनियाभर में जहां लोग प्यार के नशे में डूबे हुए अपने प्यार का इजहार करने में लगे हैं वहीं भारत में उन शहीदों को याद किया जा रहा है जो पिछले साल 14 फरवरी पर पुलवामा आतंकी हमले में शहीद हो गए थे। देश पर हुए इस भीषण और कायराना हमले में सेना के 40 जवान शहीद हो गए थे। इस आतंकी हमले ने देश ही नहीं बल्कि दुनिया को हिलाकर रख दिया था। आज उसी आतंकी हमले की पहली बरसी है और पूरा देश अपने जंबाद शहीदों की शहादत को नमन कर रहा है।
नगर के साहबगंज चौराहा स्थित शहीद क्रांतिकारी प० रामनारायण आजाद के आवास आजाद भवन पर पुलवामा हमले में शहीद हुए जबानों को श्रद्धा सुमन अर्पित किये गये| बॉबी दुबे नें कहा कि सैनिकों और क्रांतिकारियों की शहादत देश कभी भूल नही सकता| उन्होंने पुलवामा में शहीद हुए जबानों के लिए कहा कि ‘तुम्हारे शौर्य के गीत, कर्कश शोर में खोये नहीं। गर्व इतना था कि हम देर तक रोये नहीं।’
अंतर्राष्टीय न्यायिक मानवाधिकार संरक्षण के जिलाध्यक्ष आदित्य दीक्षित नें कहा कि शासन को सैनिकों और क्रांतिकारियों के लिए नगर में स्मारक भवन बनने चाहिए और प्रतिमा बननी चाहिए|
स्वतंत्रता संग्राम सेनानी कमेटी के जिलाध्यक्ष रितेश शुक्ला, मुरारी शुक्ला, राजू भारद्वाज नमामि गंगे संयोजक रवि मिश्रा, अमन जैन, कुलदीप गुप्ता अदि रहे|