फर्रुखाबाद: जिले में क्या इस समय पूरे प्रदेश के चर्चा का विषय बना अपनी ही बेटी से हैबनियत की सारी हदें पार करने वाला लेखपाल अपने कारनामों के चलते पहले बर्खास्त भी हुआ था| लेकिन तत्कालीन सपा विधायक के दबाब में जिलाधिकारी ने उसकी बर्खास्तगी की फाइल बहाल कर दी थी| पढ़े कब-कब दुष्कर्मी लेखपाल ने क्या क्या किया—
तारीख 10 दिसम्बर 2013 दर्ज हुआ धोड़ाधड़ी का केस
लेखपाल प्रवेश सिंह तोमर अबैध बसूली करने के मामले में शतरंज की सारी चालों से बाकिफ है | उसके खिलाफ कोतवाली फतेहगढ़ में 10 दिसम्बर 2013 को कोतवाली फ़तेहगढ़ में धारा 420 आदि के तहत मुकदमा दर्ज किया गया था| उस समय तोमर नें गंगानगर निवासी प्रणवीर सिंह के 22 दिन में चार अलग-अलग राशि के आय प्रमाण पत्र जारी किये थे| जिसके बाद भाजपा नेताओं और किसान मंच आदि ने उसकी गिरफ्तारी की मांग की थी| लेकिन तत्कालीन सपा विधायक विजय सिंह के खास दरबारियों में सुमार होनें का उसे पूरा लाभ मिला और उसकी गिरफ्तारी नही हुआ और केस भी फाइलों में दब गया|
16 जून 2013 को बीईओ को दी जान से मारने की धमकी
तत्कालीन नगर शिक्षा अधिकारी प्रवीन शुक्ला को लेखपाल ने अपनी पत्नी प्रीती सिंह की डियूटी ना काटने पर जान से मारने की धमकी दी थी| जिसके बाद खूब विवाद हुआ| बाद में बैठे के पंचायत हो गयी|
तारीख 17 फरवरी 2014 को हुआ बर्खास्त
तत्कालीन एसडीएम सदर राकेश पटेल नें भ्रष्टाचार की पुष्टि होंने पर उसे बर्खास्त करने का अनुमोदन कर दिया था| जिसके बाद फिर के तत्कालीन सपा सदर विधायक विजय सिंह का आशीर्वाद मिला और तत्कालीन डीएम एनकेएस चौहान नें उसकी बर्खास्तगी को ख़ारिज कर दिया|
बर्खास्तगी का आदेश करने में एसडीएम का हुआ था तबादला
सपा विधायक विजय सिंह के खास लोगों में सुमार दुष्कर्मी लेखपाल प्रवेश तोमर का बर्खास्तगी आदेश करना एसडीएम राकेश पटेल को भारी पड़ा और उनका तबादला कौशंबी कर दिया गया लेकिन तब तक एसडीएम नें चार्ज छोड़ने से पहले प्रवेश की नौकरी के ताबूत में में बर्खास्तगी की अंतिम कील ठोंक दी|
विदेश दौरे पर जाना भी रहा था चर्चा में
बिना अवकाश लिए थाईलैंड की 10 दिन मौज मंस्ती के करना जब मीडिया की सुर्खिया बना था|