फर्रुखाबाद: मेला रामनगरिया का क्रेज दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है| जिसका परिणाम यह है कि इस बार संस्थाओं और कल्पवासियों की संख्या में काफी बढ़ोतरी हो गई है।
माघ मेले का श्रीगणेश गंगा रेती पर पौष पूर्णिमा स्नान के साथ 10 जनवरी से मेला शुरू हो जाएगा। इसी दिन से एक माह का जप, तप, स्नान, ध्यान और दान का कल्पवास भी आरंभ हो जाएगा। इस बार का माघ मेला कई मायनों में विशेष है। क्षेत्रफल में यह माघ मेला अब तक का सबसे बड़ा होगा। इस बार कड़ाके की ठंड भी कल्पवासियों की संख्या पर प्रभाव नही डाल सकी| इस बार लगभग ढाई किलोमीटर में तंबुओं की नगरी बसाई जा रही है। वर्ष 2018 के माघ मेले की अपेक्षा एक किलोमीटर अधिक क्षेत्र में कल्पवासियों नें अपने तम्बू लगा लिए है| क्षेत्रफल में वृद्धि होने से पुलिस का सिरदर्द बढ़ जाएगा।
मेला व्यवस्थापक संदीप दीक्षित नें बताया कि पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष मेला लगभग एक किलोमीटर अधिक क्षेत्र में है| पहले 6 नम्बर सीढी तक मेला था अब दुर्वासा ऋषि आश्रम तक मेला पंहुच गया है|