फर्रुखाबाद: शुक्रवार को विधि-विधान से आयोजित हुए सूर्य पूजन के साथ सत्रहवां मानस सम्मेलन शुरू हो गया|
नगर के डीपीवीपी मैदान में आयोजित हुए मानस सम्मेलन में स्वामी रामानंद सरस्वती महाराज ने मंत्रोच्चारण के बीच सूर्य पूजन, राम दरबार पूजन, गणेश पूजन, मंगला कलश पूजन आदि किया।जिसके बाद श्रीराम कथा कथा की अमृत वर्षा शुरू हुई| स्वामी रामानंद सरस्वती ने कहा कि मानव जीवन के गहन दस सूत्रों की व्याख्या करते हुये कहा जो हमारे ऋषियों, मुनियों ने दिव्य संदेश मानव कल्याण के लिए कहे हैं जिनमें कथा, सत्संग, सम्मेलन, शिक्षा आदि के बारे में कहे हैं। उन पर अनुशरण करके मानव धर्म को अपनायें। भारतीय सनातन धर्म में श्रीराम कथा का मूल्य जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। चरित्र मानस गोस्वामी तुलसीदास के द्वारा रचित ग्रंथ से ज्ञान मिलता है। सत्संग कब होता है। राम की कृपा कब होती है। कथा की अमृत वर्षा सुनने के लिए मानव जीवन लगायें। कथा परिवार में जीवन जीने की कला सिखाती है। जीवन में सुख, शांति, समृद्धि प्रदान होती है।
पूजन पंडित अरविंद चतुर्वेदी ने किया। हरीबाबू गुप्ता, लाला विनोद, अंजुम दुबे, यजमान भारत सिंह, बी.के.मधू बहन, निर्मला सिंह, गौराना दुबे आदि लोगों ने आरती उतारी और प्रसाद वितरित किया। संचालन बृज किशोर सिंह किशोर ने किया