फर्रुखाबाद: पूरे देश में जंहा महीयसी महादेवी वर्मा का नाम छायावादी कवियों में सुमार है| वही उनके जिले में अनुयायियों की संख्या भी दिनों दिन बढ़ रही है| इसके बाद भी अभी तक रेलवे रोड का नाम महादेवी वर्मा मार्ग के रूप में लोगों की सामन्य बोलचाल में शामिल नही है|
विदित है कि 5 मार्च 2015 को तत्कालीन जिलाधिकारी वर्तमान में मुख्यमंत्री के दिवसाधिकारी एनकेएस चौहान ने रेलवे रोड का नाम बदलकर महादेवी वर्मा मार्ग कर दिया था| जिसका विधिवत उन्होंने उद्घाटन भी किया था| महादेवी वर्मा मार्ग के नाम से पत्थर भी लगा था| नामकरण पत्थर के अनावरण में नारियल फोड़ा गया। जिलाधिकारी व पालिकाध्यक्ष वत्सला अग्रवाल ने दीपशिखा की प्रतिमा का माल्यार्पण भी किया था।
लेकिन लगभग पांच वर्षों का समय गुजर जाने के बाद रेलवे रोड का नाम केबल पत्थर
पर ही बदला समाज आज भी रेलवे रोड के नाम से ही जानता है| पुलिस चौकी भी रेलवे
रोड के नाम से है| उसका भी नाम नही बदला| जिस तरह घटियाघाट का नाम परिवर्तन कर जब पांचाल घाट किया गया था उसी तरह से चौकी से भी रेलवे रोड हटाने की जरूरत है| समाचार में लगी तस्वीर उस समय की है जब सड़क का नाम बदला गया था| जबकि
नगर में अभिव्यंजना, दीप,प्रबोधिका व संस्कार भारती सहित कई साहित्यिक संस्थाएं जिले में संचालित है|