फर्रुखाबाद:(राजेपुर/अमृतपुर) गंगा किनारे के तमाम इलाकों में बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस चुका है। एक तरफ जहां सामान लेकर छतों को आशियाना बनाया हुआ है| तो कुछ लोग चारों तरफ से बाढ़ में फंसे हुए है| दूसरी ओर प्रशासनिक तंत्र जगह-जगह राहत कार्य में जुट गए हैं।
राजेपुर क्षेत्र के ग्राम सबलपुर- कंचनपुर में महिलाएं पानी में बच्चों को लेकर घुसकर निकलने को मजबूर हैं। गांव में खुजली बुखार से बच्चे पीड़ित हैं। गांव में महिलाओ को खाने-पीने राशन की समस्या हो रही है। प्राथमिक विद्यालय उदयपुर कंचनपुर स्कूल के अंदर पानी भर गया है। लोग छतों पर खाना बनाने को मजबूर हैं। अंबरपुर, बमियारी, इमादपुर सोमवंशी, बरूआ तीसराम मड़ैया, गौटिया, आशा की मड़ैया संपर्क मार्ग सड़क पर तीन फुट पानी बह रहा है। आशा की मड़ैया में महिलाएं अपने बच्चों को लेकर दिन भर सड़क पर रहती हैं। और शाम ढलते ही ग्रामीण महिलाएं छत पर पहुंच जाती हैं।
गौटिया इमादपुर ग्रामीणों व महिलाओं ने घर में रखी गृहस्थी छतों पर रख ली है। तीसराम में आवागमन बंद होने से गांव की ही फूटी नाव से लोग आते जाते हैं। प्रशासन की ओर से अभी तक नाव की सुविधा नहीं की गई है। उदयपुर- कंचनपुर गांव की ग्रामीण व महिलाएं नाव से आवागमन कर रही हैं। गंगा-पार के लगभग 30 गाँवों में बाढ़ का कहर है। लेकिन प्रशासन ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है। ना ही कोई आला अधिकारी व लेखपाल भ्रमण के लिए नही गया है। ग्रामीणों में प्रशासन के खिलाफ काफी आक्रोश पनप रहा है।
अमृतपुर तहसील में 165 पैकेट राहत सामग्री पंहुची
बाढ़ को देखते हुए तहसील में 165 पैकेट राहत सामग्री पंहुची| जिसके चलते राहत पैकेट वितरित भी किये गये| राहत पैकेट में आटा, चावल, भूना चना, अरहर दाल, नमक, हल्दी, धनिया, मोमबत्ती, माचिस, बिस्किट, रिफ़ाइन्ड तेल के साथ ही गत्ते के बाहर 10 किलो आलू और लाई 5 किलो दी जा रही है|
घटिया क्वालिटी के आलू बाढ पीड़ितों को बांटने की तैयारी
बाढ पीड़ितों को बांटनें के लिए लाया गया आलू घटिया क्वालिटी का है| जिसको लेकर चर्चा तेज है|
स्वास्थ्य टीम नें बांटी मरीजों को दवा
अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ० राजीव शाक्य के नेतृत्व में स्वास्थ्य टीम ने ग्राम अलादादपुर में 42, भटौली 52, बेंचे पट्टी में 32, कोला सोता में 56 मरीज देखें| डॉ० गौरव वर्मा, डॉ० सुधीर सिंह,डॉ० अनुराग वर्मा, सब्दल हुसैन व फार्मासिस्ट साबिर हुसैन आदि रहे|