फर्रुखाबाद: आखिरकार समाजवादी पार्टी के विधायक नरेन्द्र सिंह यादव ने आज उस रहस्य को उजागर ही कर दिया जिसको लेकर उनके ऊपर बीते माह से निरंतर आरोप लगते रहे|
श्री यादव को जब JNI ने याद दिलाई कि जिला पंचायत के चुनाव में उनकी भाभी मंजूलता उर्फ़ श्यामा यादव पार्टी प्रत्याशी को एक भी वोट नहीं मिला तो वह एकदम सहम गए| उन्होंने सफाई दी कि मंजूलता ने वोट देकर पुराना एहसान चुका दिया है| यदि मंजूलता स्वयं अपना एक वोट डालतीं तो उसकी कोई अहमियत नहीं होती|
विधायक श्री यादव ने बताया कि बीते चुनाव में जब मंजूलता जिला पंचायत अध्यक्ष पद की प्रत्याशी थीं तब विधायक ताहिर हुसैन सिद्दीकी की पत्नी शाहीन सिद्दीकी ने जिला पंचायत सदस्य का वोट दिया था| उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय क्रांति पार्टी को वोट देते तो भी गलत सन्देश जाता|
श्री यादव ने पार्टी के साथ भितरघात करने के आरोप के जवाब में बताया कि आरोप लगाने वाले की ही दोहरी नीति रही| उन्होंने आरोप लगाया कि पार्टी के जिलाध्यक्ष चंद्रपाल सिंह यादव नहीं चाहते थे कि पार्टी प्रत्याशी जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव जीते| इसीलिये वह मंजुलता के नामांकन में शामिल नहीं हुए बल्कि परोक्ष रूप से राकापा प्रत्याशी का समर्थन किया|