JNI DESK: बीजेपी की दिग्गज नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का मंगलवार की रात दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया. 67 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली. नरेंद्र मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री रहीं सुषमा स्वराज की हालत खराब होने के बाद उन्हें दिल्ली के एम्स में भर्ती कराया गया था. जहां पांच डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज शुरू किया, मगर उन्हें बचाया नहीं जा सका. सुषमा और उनके पति स्वराज कौशल सबसे कम उम्र में कई उपलब्धियों के कारण लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज करा चुके हैं. महज 25 साल की उम्र में हरियाणा सरकार में सबसे युवा कैबिनेट मंत्री बनने वालीं सुषमा स्वराज का राजनीतिक जीवन उपलब्धियों भरा रहा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित देश-दुनिया के तमाम नेताओं ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है|
स्वराज कौशल
सुषमा स्वराज के पति स्वराज कौशल समाजवादी कैंप से जुड़े रहे हैं. वह सुप्रीम कोर्ट के वकील हैं. देश में सबसे कम उम्र का राज्यपाल बनने का रिकॉर्ड है. महज 38 साल की उम्र में ही वह मिजोरम के राज्यपाल बन गए थे. वह फ़रवरी 1990 से 1996 के बीच राज्यपाल रहे. दरअसल, स्वराज कौशल भारत में नॉर्थ ईस्ट मामलों के जानकार माने जाते हैं. 1979 में उन्होंने ही अंडरग्राउंड मिजो लीडर लालडेंगा की रिहाई मुमकिन कराई थी. इसके बाद सरकार से समझौता वार्ता के लिए वह अंडरग्राउंड मिजो नेशनल फ्रंट के संवैधानिक सलाहकार बनाए गए.
कई राउंड की बातचीत के बाद मिजोरम शांति समझौता अस्तित्व में आया और 20 साल से चले आ रहे विद्रोह का अंत हुआ. इसी के इनाम के तौर पर उन्हें प्रदेश का गवर्नर बनाया गया था.एक बार वह हरियाणा से राज्यसभा सदस्य भी रहे. हिमाचल प्रदेश के सोलन में 1952 में उनका जन्म हुआ. 1975 में उन्होंने सुषमा स्वराज से प्रेम विवाह किया.
पहली महिला के तौर पर सुषमा के नाम कई रिकॉर्ड
वहीं सुषमा स्वराज ने अपने राजनीतिक जीवन में कई उपलब्धियां हासिल कीं. वह दिल्ली की पहली महिला मुख्यमंत्री रहीं. इसके अलावा वह देश की पहली पूर्णकालिक विदेश मंत्री रहीं. इतना ही नहीं, उनके नाम पहली महिला सर्वश्रेष्ठ सांसद होने, किसी राष्ट्रीय राजनीतिक दल की पहली महिला प्रवक्ता, महज 25 साल में ही हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री बनने जैसे रिकॉर्ड हैं. पति और पत्नी दोनों की इन नायाब उपलब्धियों के चलते दुनिया भर में रिकॉर्ड्स संजोने के लिए चर्चित लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स ने उनके नाम विशिष्ट दंपती के तौर पर शामिल किए|
दोस्ती पार्टी लाइन से बंधी नहीं थी
सुषमा स्वराज के निधन पर बीजेपी ही नहीं दूसरे राजनीतिक दलों के नेता भी शोकाकुल हैं. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सुषमा स्वराज के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उन्हें महान वक्ता बताया.राहुल गांधी ने ट्वीट किया, “सुषमा स्वराज जी की मौत की खबर सुनकर मैं काफी हैरान हूं. वह एक बेहतरीन नेता, शानदार वक्ता और असाधारण सांसद थीं. उनकी दोस्ती पार्टी लाइन से परे थी. इस दुख की घड़ी में मेरी सहानुभूति उनके परिवार के साथ है.”
कांग्रेस के सीनियर नेता शशि थरूर ने ट्वीट कर कहा, “इस खबर से दुखी और हैरान हूं. मैंने सुषमा जी को अंतिम बार प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में दो महीने पहले देखा था. वह हिंदी की बेहतरीन वक्ता थीं. वह लोगों में काफी लोकप्रिय नेता थीं. मैं उनके साथ विदेश मामलों की समिति में था और मुझे इस पर गर्व है.”