फर्रुखाबाद: हत्या के प्रयास के मुकदमे में वांछित आरोपी पूर्व विधायिका उर्मिला राजपूत के पुत्र पंचशील राजपूत ने फतेहगढ़ की सीजेएम की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। पंचशील पर पुलिस ने 25000 का इनाम घोषित कर रखा था। गिरफ्तारी के लिए दबाब बनाने के लिए पंचशील के पिता रामकृष्ण राजपूत व पत्नी उर्मिला राजपुर पूर्व व्लाक प्रमुख को हिरासत में ले रहा था| जिन्हें पंचशील के आत्मसमर्पण के बाद छोड़ दिया गया|
सोमबार को कचेहरी फतेहगढ़ में सभी काम रोज की भांति चल रहे थे| दोपहर बाद अचानक एक बुलेट पर सबार होकर व्यक्ति हेलमेट लगाकर कोर्ट परिसर के मुख्य दरवाजे से आया और बुलेट को सीजेएम कार्यालय के बाहर खड़ी कर सीजेएम कोर्ट में प्रवेश कर गया| बाद में पता चला कि बुलेट से आया व्यक्ति पंचशील है| यह चर्चा आम होते ही कचेहरी की सरगर्मी तेज हो गयी|
भाजपा नेताओं के साये में सपा पूर्व विधायक के पुत्र का आत्मसमर्पण
जिस समय पंचशील नें कोर्ट में आत्मसमर्पण किया| उसके बाद भाजपा के पूर्व सांसद रामबक्श वर्मा सहित भाजपा के कई जाने पहचाने चेहरे कोर्ट के बाहर पंचशील के समर्थन में मौजूद रहे| इसके साथ ही सपा जिलाध्यक्ष नदीम अहमद फारुखी, जिला महा मंदीप यादव आदि कई सपाई भी रहे|
तो क्या पुलिस को कानो-कान नही लगी भनक
बीते एक अगस्त से पुलिस पंचशील राजपूत की गिरफ्तारी के लिये पुलिस अपना कथित जाल डाल रही थी| लेकिन पुलिस का सूचना तन्त्र जबाब दे गया| हद तो तब हो गयी जब पंचशील के कोर्ट में हाजिर होंने की खबर के बाद भी पुलिस के नाम पर एक सिपाही तक नही पंहुचा| पूरे मामले में पुलिस की भूमिका संदिग्ध होनें की चर्चा है|
कोर्ट में चर्चा आम रही की मोहम्मदाबाद में पुलिस ने आधी रात में बदमाशों की लोकेशन पता कर उनसे फायरिंग कर पांच को पकड़ लिया था| वही पुलिस जिले में पंचशील के होनें के बाद भी उसका पता नही लगा सकी|
आरोपी को जेल ले जाने के लिए करीब तीन घंटे बाद पंहुची पुलिस
कोर्ट के सामने आत्मसमर्पण करने के बाद पंचशील को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेजने के आदेश दिये गये| जिसके बाद तकरीबन तीन घंटे के इंतजार के बाद पुलिस पंहुची और पुलिस जीप से पंचशील को जेल भेजा गया|