नवाबगंज के गुठिना गाँव से 80 शौचालय फरार, तलाश में जुटे पंचायत के अधिकारी

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद: पंचायत के अधिकारियो ने स्वच्छ भारत मिशन को ऐसा बोतल मिशन बनाया है कि अगर इसकी लोकायुक्त जाँच हो जाए तो शायद ही कोई बचे| शौचालय की लाभार्थी सूची में हेराफेरी की कई बार शिकायत का फर्जी निस्तारण करने के जब शिकायतकर्ता पीछे पड़ गया तो पिछले चार दिन से एडीओ, वीडीओ, और प्रेरक मिलकर शौचालय तलाश करने में जुट गए| चार दिन  में पूरी ग्राम पंचायत के टूटे फूटे नए पुराने गिनने  के बाद भी संख्या 380 से ऊपर नहीं पहुच रही है| जबकि स्वच्छ भारत  मिशन की  https://sbm.gov.in/sbmReport/Report/Physical/SBM_VillageODFMarkStatus.aspx पर इस गाँव के शौचालय की संख्या 462 मय तस्वीर है|

मामला फर्रुखाबाद जनपद के नवाबगंज ब्लाक के ग्राम पंचायत गुठिना का है| यहाँ प्रेमपाल सिंह एडीओ पंचायत है| और वर्तमान ग्राम पंचायत अधिकारी अरविन्द यादव है| मामला अरविन्द और उनसे पहले तैनात रहे किशनपाल के दौर का है| ग्राम पंचायत ओडीऍफ़ घोषित है| गाँव में सभी लोगो के घर शौचालय बने है और खेतो में नित्य क्रिया करने कोई नहीं जाता| ऐसा स्वच्छ भारत मिशन की वेबसाइट कह रही है जिसके आंकड़े फर्रुखाबाद के अधिकारियो द्वारा ही भरे और सत्यापित किये गए है| मजे की बात यह है कि लाख जीपीएस लोकेशन की बाध्यता के बाबजूद वेबसाइट पर दर्ज 462 शौचालय की तस्वीर भी अपलोड की गयी है|

मगर समस्या अब नयी ये है कि चार दिन पसीना बहाने के बाबजूद 82 शौचालय नहीं मिल पा रहे है| 462 में से कुल 380 ही मिले है| जो मिले है उनकी क्या दशा है ये कल की रिपोर्ट में हम बता चुके है| किसी में छत नहीं, किसी में दरवाजा नहीं, किसी में गड्डा ही नहीं खुदा तो किसी में टंकी नहीं| किसी की सीट टूटी तो किसी में सब आर पार दिखता है| अब ऐसे में कोई कैसे नित्य क्रिया को उसमे बैठे, इज्जत की चिंता में प्रेशर कम होने की जगह बढ़ेगा ही| तस्वीरे सब कहती है| जबाब अभी भी जांचकर्ता का यही है जाँच चल रही है| खबर ये है कि ग्राम पंचायत अधिकारी मामला दबाने के एवज में शौचालय बनबाने की बात ग्रामीणों से कर रहा है| एडीओ कर्नाटक की सरकार के विश्वासमत की स्टाइल में मामले को लम्बा खीचने में लगे है| कहते है रिपोर्ट ऊपर अधिकारियो को भेजी जाएगी| मगर सवाल तो ये है कि 82 शौचालय कहाँ से लाओगे| शिकायतकर्ता अब प्रधानमंत्री मोदी को मामले ही चिट्ठी लिखने की तैयारी में है|