फर्रुखाबाद: नवानगंज ब्लाक प्रमुख का चुनाव हुए तीन साल से ज्यादा हो गए है| मगर 83 सदस्यों वाली पंचायत में हमेशा 82 सदस्य ही होते है| इतना ही नहीं उपचुनाव में भी 83 वी सीट पर चुनाव की घोषणा नहीं हुई है| क्योंकि राम प्रकाश यादव के पुत्र अमित कुमार दो-दो जगह से क्षेत्र पंचायत सदस्य का चुनाव जीते थे और खबर ये है कि तीन साल के बाद भी कोई एक सीट नहीं छोड़ी है| तीन दिन पहले हुई अधिसूचना के अनुसार त्रिस्तरीय उपचुनाव में भी नवाबगंज से कोई क्षेत्र पंचायत चुनाव सदस्य का चुनाव नहीं होना है|
1970 मे जब देश में सत्ता का विकेंद्रीकरण करने के लिए त्रिस्तरीय पंचायत व्यवस्था लागू करने की घोषणा हुई थी तब शायद ही किसी ने सोचा हो कि ये किसी दिन सत्ता का विकेंद्रीकरण की जगह भ्रष्टाचार का विकेंद्रीकरण बन जाएगी| नवाबगंज ब्लाक प्रमुख अनीता रंजन जिनकी अध्यक्षता में केवल 1 बैठक तीन साल में हुई ऐसा नवाबगंज के ही क्षेत्र पंचायत सदस्य बताते है| ऐसी स्थिति में ब्लाक प्रमुख को क्या पता कि उनके क्षेत्र से क्षेत्र संख्या 42 देवरा महसाना और सिल्संडा (संयुक्त) एवं क्षेत्र संख्या 48 बार बिकू दोनों जगह से अमित कुमार पुत्र राम प्रकाश चुनाव जीते है और उन्होंने तीन साल बाद भी दोनों में से किसी एक क्षेत्र से स्तीफा नहीं दिया ताकि एक स्थान रिक्त हो जाए और उस पर दुबारा चुनाव हो सके| ये जानकारी राज्य निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर सार्वजानिक है जो अभी भी देखि जा सकती है|किसी अनपढ़ ब्लाक प्रमुख के क्षेत्र से ऐसा मामला सामने आता तो कोई और बात थी मगर एक पढ़े लिखे जन प्रतिनिधि के इलाके में ऐसा हो तो सवाल उठता ही है| इतना ही नहीं खंड विकास अधिकारी से लेकर एडीओ पंचायत के पास भी इस बात का जबाब नहीं है कि दो जगह से एक सदस्य कैसे बना हुआ है| जबकि नियमानुसार सदस्यों की शपथ ग्रहण से पहले ही एक जगह से इस्तीफ़ा हो जाना चाहिए था और 6 माह के अन्दर दुबारा चुनाव कराकर सीट को भरा जाना चाहिए था|
खैर तब समाजवादी पार्टी की सरकार थी और सपाइयो की सत्ता की हनक के चलते किसी की हिम्मत सवाल उठाने की न हुई हो मगर दो साल से तो भाजपा की सरकार है| ऐसे प्रशासनिक व्यवस्था कितनी जागरूक और अपने कर्तव्यो के प्रति जिम्मेदार है उसकी एक बानगी भर है ये मामला|
दो जगह से अलग अलग जानकारी के साथ लड़ा चुनाव-
अमित कुमार पुत्र रामप्रकाश (कल्लू यादव) ने दो जगह से परचा भरा| दोनों जगह अलग अलग जानकारी भरी| दोनों जगह अलग अलग मोबाइल नंबर दिए गए| देवरा महसाना के पर्चे में वे स्नातक है जबकि बरा बिकू से उनकी शिक्षा प्राइमरी दर्शायी गयी है| नियमानुसार गलत जानकारी देने पर आयोग उनकी दोनों जगह से सदस्यता निरस्त कर सकता है| जिला निर्वाचन कार्यालय से इस सम्बन्ध में जानकारी करने पर बताया गया कि उनके विभाग को जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा जिन रिक्त पदों की सूचना भेजी जाती है वे उन जगह चुनाव करा देते है| इस्तीफा लेना और पद रिक्त घोषित करना ब्लाक कार्यालय और जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय का काम है|
जिला पंचायती राज अधिकारी अमित त्यागी ने बताया कि यह गंभीर प्रकरण है| इसकी जाँच कराकर कार्यवाही की जायेगी|