कल्लू ने देशी घी बेचा, संतराम ने घर बैठे बेचीं गाय, आप काहे रहे शर्माय …

FARRUKHABAD NEWS

फर्रुखाबाद: जनपद का किसान अब अपने मोबाइल से ही घर बैठे अपने सभी उत्पाद बेच सकेगा| जानवरों से लेकर खेत में पैदा होने उत्पाद, घर में हाथ से बनाये गए डलिया, चटाई, हाथ पंखा जैसे उत्पाद और कृषि आधारित अन्य प्रकार के उत्पादों को किसान अब ग्राहकों को सीधे सीधे ऑनलाइन बेच सकेगा| इसके लिए उससे कोई शुल्क नहीं देना होगा| किसानो के उत्पाद मोबाइल के माध्यम से इन्टरनेट की दुनिया में ऑनलाइन प्रदर्शित होंगे और खरीददार खुद किसान के घर से आकर उत्पाद ले जायेगा| न बीच में बिचौलिया होगा और न कोई दलाल| इस प्रकार किसान को उचित और पूरा मूल्य मिल जायेगा और खरीददार को मनचाहा उत्पाद| 1 जून 2019 से ये पोर्टल ऑनलाइन काम करने लगा है, इसका बीटा वर्जन जारी कर दिया गया है| जेएनआई के विशेष प्रयास से किसान और ग्राहक के बीच सीधा सम्बन्ध बनने से किसान भी अब डिजिटल क्रांति की ओर चल पड़ेगा|

खुद कैसे करे अपना विज्ञापन- इसके लिए आपको http://jni.news/becho वेबसाइट पर अपना अकाउंट बनाना होगा उसके बाद बेचने वाले सामग्री की फोटो डाल कर उसकी कीमत, खूबियाँ और कहाँ मिलेगा उसका पता आदि पोस्ट करके सबमिट कर देना है| इस पोर्टल ग्रामीण इलाको के किसान अपना उत्पाद खेत से ही मोबाइल पर फोटो खीच कर डाल सकेंगे| स्कूलों में एडमिशन, घर/दूकान के लिए नौकर/नौकरानी चाहिए, आपके पास कोई टैलेंट है और आप अपनी कला के कद्रदान चाहते है तो वो भी पोस्ट करिए| इस क्लासिफाइड विज्ञापन सेवा में जेएनआई केवल उपलब्ध करा रहा है| ऑनलाइन मार्किट या शोपिंग का प्लेटफ़ॉर्म नहीं है| सौदा खरीदने और बेचने में ग्राहक और विक्रेता दोनों एक दूसरे से मिलकर सौदा बेचे और खरीदे| मुफ्त क्लासिफाइड विज्ञापन की गुणवत्ता और अन्य किसी प्रकार से जेएनआई की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी| चूँकि इसमें सोशल मीडिया की तरह आप अपना प्रचार खुद पोस्ट करेंगे और खुद ही सीधे ग्राहक/उपभोक्ता को देंगे तो बीच में किसी की जिम्मेदारी नहीं होगी| तो आज से ही शुरू करिए पोस्ट करना| कबाड़ से लेकर नया सामान कुछ भी बेचिए..|

विशेष कृषि अनाज का भरपूर मूल्य मिल सकेगा- आमतौर पर हर कोई चाहता है कि उसे देशी गेंहू, मक्का, दाले, सब्जी, और अन्य खाद्यान्न मिल जाए भले ही उसे कुछ अतिरिक्त मूल्य चुकाना पड़े| मगर उसे नहीं मिलता| चूँकि देशी फसलो को उगाने से किसानो का उत्पादन कम होता है और उसे जब मंडी में बेचने जाता है तो वहां उसे अतिरिक्त दाम नहीं पाते| जबकि हाइब्रिड यानि की संकर प्रजाति के बीजो से उसे खेत में ज्यादा उत्पादन मिल जाता है और इस प्रकार उसे फायदा होता है| मगर यहाँ पर फलो, सब्जियों सहित सभी अनाजो में स्वाद गायब मिलता है| अब खरीददार चाहकर भी देशी खाद्यान्न नहीं तलाश पाता| और किसान अगर देशी बीज बोकर फसल टियर भी कर लेता है तो अपनी फसल के कद्रदान तक पहुच नहीं पाता| ऐसे में जेएनआई एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म उपलब्ध कराने जा रहा है जिस पर किसान मोबाइल से सीधे खेत में ही फसल की फ्होतो खीच कर इन्टरनेट पर डाल देगा साथ ही उत्पाद की कीमत और उसका विवरण भी लिख देगा| दूसरी तरफ देशी खाद्यान और खाद्य सामग्री की तलाश में बैठा ग्राहक जेएनआई के उसी प्लेटफ़ॉर्म से सीधा किसान से सम्पर्क कर उसके घर से उत्पाद खरीदने पहुच जायेगा|

300 जेएनआई न्यूज़ पॉइंट खुलेंगे- जेएनआई किसान और उपभोक्ता के बीच सीधा सम्बन्ध स्थापित करने के लिए 300 न्यूज़ पॉइंट खोलेगा| इन न्यूज़ पॉइंट पर प्रेरक किसानो को निशुल्क ऑनलाइन फसल बेचने के तरीके सिखाएगा और उत्पाद ऑनलाइन कराने में सहयोग करेंगे| इस पोर्टल पर गाय भैंस, बकरी आदि जानवर भी बेचे जा सकेंगे| यानि पशु बेचने के लिए किसान को नकासे (पशु बाजार) तक जानवर को लेकर जाना नहीं पड़ेगा| उसका पशु उसके ही खूंटे पर बिकेगा| न बीच में बिचौलिया होगा और न ही दलाल| बस जिस जानवर को बेचना हो उसका फोटो और विवरण पोर्टल पर अपलोड करना होगा| उसके बाद खरीददार खुद पहले फ़ोन से फिर किसान के घर जाकर सीधा सौदा कर सकेगा|

महिलाओ के तैयार ग्रामीण उत्पाद बेचने के लिए मददगार बनेगा पोर्टल- आमतौर पर पहले गाँव में बहु बेटियां खाली समय में खूबसूरत डलिया, चटाई, हाथ पंखा जैसे उत्पाद बनाती थी| जो विधा उसकी कद्रदानी कम से होने से विलुप्त हो रही है| अब शहरों में इन उत्पादों को ड्राइंग रूम की सजावट के रूप में वाल हैंगिंग के रूप में इस्तेमाल किया जाता है मगर मिलता ही नहीं है| जेएनआई के “बेचो ऑनलाइन” पोर्टल पर इन उत्पादों को भी बेचा जा सकेगा| इसके लिए जेएनआई किसानो से कोई शुल्क नहीं लेगा|

खरीददार को मिल सकेगा मनपसंद खाद्य उत्पाद- आजकल जंक फ़ूड की वजह से बच्चो में तरह तरह की बीमारिया होने लगी है| हाइब्रिड खाद सामग्री के कारण बच्चो में जीवाणुओं से लड़ने की क्षमता कम हो रहीहै|बाजार में जो खाने को मिल रहा है उसका तो बीज ही संकर प्रजाति का है|न तो देशी गेंहू उपलब्ध है और न ही देशी खाना| शहद, दूध, घी, मट्ठा कुछ भी लो ताजा और शुद्द मिलना बहुत ही मुश्किल हो गया है| मगर जेएनआई के इस प्लेटफ़ॉर्म में किसान से सीधा उत्पाद खरीदने उसके घर तक ग्राहक चला जाएगा बशर्ते उसे जानकारी भर हो जाए कि फलां गाँव में फलां किसान ने देशी मक्का बोई है या फलां किसान के घर से शुद्ध खोया मिल जायेगा|अग्रिम सौदे पर किसान भी ग्राहक की डिमांड पर देशी फसले पैदा कर ग्राहक को देने लगेगा|50 किमी के दायरे में ग्राहक और किसान सीधा एक दूसरे से जुड़ा होगा और जैसी जरुरत और समय की नजाकत होगी किसान भी सीधा ग्राहक के घर अपना उत्पाद पंहुचा सकेगा|