फर्रुखाबाद: स्वास्थ्य विभाग ने एएनएम को स्वास्थ्य सेवाओं को ठीक से सबारने के लिए शासन से टैबलेट उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गयी है| जिले में 218 एएनएम को टैबलेट उपलब्ध होगा|
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक पंकज कुमार ने सभी मुख्य चिकित्साधिकारी पत्र भेजकर निर्देश दिये कि यह टेबलेट एप्लीकेशन के संचालन हेतु केवल अधिकृत एएनएम को उपलब्ध कराये जाएँगे | पत्र में निर्देश अनुसार कानपुर मण्डल में कुल 1,729 टेबलेट वितरित किये जाने है। फर्रुखाबाद में कुल 218 टेबलेट वितरित किये जायेंगे, जिसमें 192 टेबलेट्स सभी उपकेंद्रों में एएनएम को , 25 शहरी क्षेत्र की एएनएम को, और 1 टेबलेट डिस्ट्रिक्ट कमुनिटी प्रोसेस मैनेजर को दिया जाएगा। इससे ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत सारे आंकड़े स्क्रीन पर उपलब्ध होगे ।
अब नहीं करना होगा रजिस्टर पर लिखा-पढ़ी
स्वास्थ्य योजनाओं की गाँव में क्या-क्या प्रगति हो रही है इसकी एक रिपोर्ट एएनएम बनाती है इस पूरी रिपोर्ट को एक रजिस्टर में दर्ज कर स्वास्थ्य विभाग को सौंपा जाता है | इस पूरी प्रक्रिया में समय लगता है | अब ऐसा कुछ नहीं होगा | ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत अब सारी जानकारी स्क्रीन पर उपलब्ध रहेगी | टेबलेट में ऑनलाइन के साथ-साथ ऑफलाइन डाटा दर्ज करने की सुविधा भी उपलब्ध है | गोपनीयता रखने के लिए प्रत्येक टेबलेट का अपना एक आइएमईआई नंबर होगा ताकि यह एप किसी अन्य मोबाइल व अन्य टेबलेट पर काम न कर सके | इस योजना के तहत एएनएम को टेबलेट में सारी जानकारियाँ दर्ज करानी होंगी |
हर जानकारी होगी टेबलेट में दर्ज
टेबलेट में अनमोल एप में एएनएम को अपने प्रतिदिन के कार्यों की जानकारी दर्ज करनी होगी | उन्होने किन गाँव का भ्रमण किया है, कहाँ कहाँ अपनी सेवाएँ दी हैं, कितने योग्य दंपत्ति हैं, गर्भवती व धात्री महिलाएं तथा बच्चे हैं | बच्चे किस श्रेणी के हैं , कितने बच्चों का टीकाकरण हुआ है और किनका होना है, गाँव में कौन सा रोग फैला है, कितने लोग बीमार हैं, इससे संबन्धित जानकारियाँ टेबलेट में दर्ज करनी होंगी | टैबलेट चलाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ए.एन.एम. को प्रशिक्षण भी देगा । इस एप के माध्यम से एएनएम लाभार्थियों के लिए कार्ययोजना/ ड्यूलिस्ट तैयार कर समयबद्ध स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान करेगी|
योजना से होगी सहूलियत
टैबलेट में 3 सॉफ्टवेयर
एएनएम. को दिये जाने वाले टैबलेट में 3 सॉफ्टवेयर हैं जैसे अनमोल, एनसीडी तथा आईडीएसपी है । अनमोल सॉफ्टवेयर में गांव की गर्भवती माताओं तथा बच्चों का विवरण होगा। वहीं एनसीडी सॉफ्टवेयर में कैंसर ब्लड प्रेशर शुगर मानसिक रोगी तथा हाइपरटेंशन आदि का विवरण होगा ।जबकि आईडीएसपी सॉफ्टवेयर में कुष्ठ रोगी मलेरिया टाइफाइड डेंगू आदि रोगों का विवरण उपलब्ध रहेगा l ए एन एम के बाद आशाओं को भी स्वास्थ्य विभाग द्वारा ऑनलाइन किए जाने की व्यवस्था की जा रही है l